झारखंड विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लगभग सभी स्टार प्रचारकों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए सभी चरणों में प्रचार किया, वहीं कई दल ऐसे भी रहे जिनके स्टार प्रचारकों मतदाता ही नहीं, कार्यकर्ता भी इंतजार करते रह गए।
भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी ने यहां कई दौरे किए। जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे दिग्गज स्टार प्रचारकों ने ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी प्रचार करने आईं। लेकिन कई पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता अपने स्टार प्रचारकों का इंतजार ही करते रह गए।
भाजपा से अलग होकर चुनावी मैदान में अकेले उतरे जनता दल (युनाइटेड) के कार्यकर्ता और नेता अपने स्टार प्रचारक और पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के आने की गुहार लगाते रहे, लेकिन नीतीश अंत तक झारखंड नहीं पहुंचे।
जद (यू) के प्रचारकों की सूची में सबसे पहला नाम नीतीश कुमार का ही था। लेकिन जद (यू) के स्टार प्रचारकों में शामिल और चुनावी रणनीतिकार पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर भी झारखंड में अपने प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने नहीं पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि बिहार में भाजपा के साथ सरकार चला रहे जद (यू) ने झारखंड में 48 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
जद (यू) की तरह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रत्याशी भी अपने कई स्टार प्रचारकों का इंततार करते रह गए। राजद की ओर से तेजस्वी यादव ने इस चुनाव में पूरा जोर लगाया, परंतु स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और मीसा भारती यहां नहीं पहुंचीं।
कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारक राहुल गांधी ने छह और प्रियंका गांधी ने एक चुनावी सभाएं कीं। परंतु पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह झारखंड में मतदाताओं को रिझाने नहीं पहुंचे। जबकि कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में इन दोनों का नाम था।
दूसरी तरफ पांच चरणों के झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रचार में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सबसे ज्यादा नौ चुनावी सभाएं की, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ सभाओं को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान पांच बार झारखंड का दौरा किया, जबकि अमित शाह ने चार बार चुनाव प्रचार के लिए राज्य में पहुंचे। इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी यहां चुनाव प्रचार करने पहुंचे तथा उन्होंने मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास किया।
उल्लेखनीय है कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए पांच चरणों में मतदान हुआ है। पहला चरण 30 नवंबर को, दूसरा चरण सात दिसंबर, तीसरा चरण 12 दिसंबर, चौथा चरण 16 दिसंबर को संपन्न हो चुका है। आखिरी और पांचवें चरण का मतदान 20 दिसंबर को चल रहा है। सभी क्षेत्रों के परिणाम 23 दिसंबर को आएंगे।