संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर राजधानी दिल्ली में लगातार विरोध जारी है। गुरुवार को राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में सिएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप धारण कर लिया था।
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के लाल किले, आईटीओ और मध्य दिल्ली के अन्य हिस्सों में इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया था। साथ ही धारा 144 का उल्लंघन कर प्रदर्शन करने वाले कई नेताओं समेत आम नागरिकों को हिरासत में लिया था। राजधानी दिल्ली में सीएए विरोध को लेकर शुक्रवार को यह रहा दिन भर का घटनाक्रम।
सीमापुरी इलाके में पुलिस पर पथराव
राजधानी दिल्ली के सीमापुरी में सीएए विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जमकर पुलिस पर पथराव किया। मौके पर मौजूद एडिशनल डीसीपी रोहित राजबीर सिंह इस दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए।
जामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने छात्रों को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी
जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति ने शुक्रवार को छात्रों से अफवाहों से दूर रहने व भ्रमित करने वाली खबरों के खिलाफ एकजुट रहने का अनुरोध किया है। छात्रों को लिखे अपने पत्र में, कुलपति नजमा अख्तर ने छात्रों को आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय उनके साथ है और उनकी मांगों पर भी गौर किया जा रहा है।
उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस के प्रवेश को अनधिकृत और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। कुलपति द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है, “पुलिस और मंत्रालय के पास इस संबंध में शिकायतें दर्ज की गई हैं। सभी को आश्वासन दिया जाता है कि उन्हें न्याय मिलेगा।”
जामा मस्जिद से दिल्ली गेट की तरफ बढ़ रहे जुलूस प्रदर्शन में लगे मोदी विरोधी नारे
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ दिल्ली गेट की ओर जा रहे एक बड़े जुलूस के दौरान सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इसमें शामिल कुछ प्रदर्शनकारी जामा मस्जिद वापस लौट गए, जबकि अन्य लोगों का हुजूम मार्च करते हुए आगे बढ़ गया। इस दौरान पुलिस किसी भी अप्रिय घटना से बचने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करती नजर आई।
एक प्रदर्शनकारी इमरान ने आईएएनएस को बताया, “चंद्रशेखर हमारे लिए आए हैं और हम उनके साथ तब तक चलेंगे जब तक वह चलेंगे। यह गंभीर मुद्दा है और हर किसी को इसके खिलाफ खड़े होना चाहिए।” चंद्रशेखर भीम आर्मी के प्रमुख हैं। वह उस समय रातों-रात चर्चित हो गए थे, जब उन पर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने इलाके की घेराबंदी तो की हुई है, फिर भी भीड़ लगातार बढ़ रही है। क्षेत्र के दो मेट्रो स्टेशनों को एहतियात के तौर पर बंद रखा गया है।
दिल्ली : जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए लोगों का विरोध प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन और शुक्रवार की नमाज के लिए जामा मस्जिद में मुस्लिमों के इकट्ठा होने के मद्देनजर आसपास के तीन मेट्रो स्टेशनों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। जामा मस्जिद पर शुक्रवार की नमाज के बाद भारी विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला है। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और मांग की कि सिर्फ मूल संविधान को ही लागू किया जाए।
इस दौरान लोगों के हाथों में संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के पोस्टर और तख्तियां थीं। लोगों ने प्रदर्शन के दौरान ‘जय भीम’ के नारे लगाए। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) पर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यह प्रदर्शन किया गया।
#WATCH Delhi: Protest at Jama Masjid against #CitizenshipAmendmentAct Bhim Army Chief Chandrashekhar Azad also present. Azad had been earlier denied permission for a protest march from Jama Masjid to Jantar Mantar pic.twitter.com/uXK1tvO4CT
— ANI (@ANI) December 20, 2019
सीएए के खिलाफ जामा मस्जिद में विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद को हिरासत में लेने की कोशिश भी की। लेकिन उन्हें उनके समर्थकों ने मौके से हटा दिया।
संविधान की प्रति, बाबा साहेब आंबेडकर के पोस्टर और परमवीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित अब्दुल हमीद की तस्वीरों के साथ विरोध-प्रदर्शन कर रहे प्र्दशनकारियों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को वापस लिए जाने की मांग की।
कई स्थानों पर निषेधाज्ञा के बावजूद भीड़ इकट्ठा हुई और प्रदर्शन किया। यहां तक कि कुछ महिला प्रदर्शनकारियों को भी प्रदर्शन में देखा गया। हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लिए प्र्दशनकारियों ने ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
दिल्ली पुलिस हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
जमिया की छात्राओं ने किया सीएए विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व
जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ छात्राएं सामने आईं। विश्वविद्यालय के गेट नंबर 7 के बाहर इन छात्राओं ने कई दिनों से चले आ रहे विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। इनमें से कई छात्राओं की उम्र महज 10 से 12 साल के बीच थी। प्रदर्शनकारी छात्राओं में जामिया विश्वविद्यालय के अलावा जामिया स्कूल की छात्राएं भी शामिल रहीं।
शुक्रवार को जब अधिकांश प्रदर्शनकारी जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में थे तब सीएए विरोधी प्रदर्शन की जिम्मेदारी जामिया की छात्राओं ने संभाली। मौलाना अब्दुल कलाम आजाद गेट के बाहर करीब 50 छात्राएं धरने पर बैठ गईं।
वहीं जुमे की नमाज समाप्त होने के बाद सैकड़ों की तादात में बाटला हाउस, जामिया नगर, जाकिर नगर व आसपास के स्थानीय लोग जामिया कैंपस के बाहर इकट्ठा हो गए। जुमे की नमाज के बाद बड़े-बड़े गुटों में अधिकांश लोग सीधे जामिया विश्वविद्यालय के गेट नंबर 7 के बाहर एकत्र हुए। अपराह्न् तीन बजे तक यहां बड़ी तादाद में प्रदर्शनकारी पहुंच चुके थे।
एनएचआरी की टीम जांच के लिए जामिया विश्वविद्यालय पहुंची
शक्रवार को एसएसपी मंजिल सैनी के नेतृत्व में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की 7 सदस्यीय टीम, ने जांच के लिए जामिया मिलिया इस्लामिया का दौरा किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का निरीक्षण किया और 15 दिसंबर 2019 को हुई घटना के बारे में जानकारी ली।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की सात सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का दौरा किया और लाइब्रेरी का निरीक्षण किया, जहां पुलिस ने कथित तौर पर छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग किया था। यूनिवर्सिटी के अधिकारी अजीम अहमद ने कहा, “टीम ने एसएसपी (जांच) मंजिल सैनी की अगुवाई में लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और 15 दिसंबर, 2019 को हुई घटना की पूरी जानकारी ली।”
जामिया छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने लाइब्रेरी में जबरन प्रवेश किया और उन्हें गाली देनी शुरू कर दी। छात्रों ने यह भी कहा है कि पुलिसकर्मियों के हाथों में लाठियां थीं और उन्होंने हेलमेट और जैकेट पहना रखा था। एक छात्र ने कहा, “उन्होंने हमारी किताबें फेंक दी। मेरा मोबाइल फोन मेज पर था, एक अधिकारी ने लिया और तोड़ दिया।”
दिल्ली : जामा मस्जिद इलाके से चंद्रशेखर होने का दावा करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस में जामा मस्जिद इलाके से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। जो कि भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशोखर होने का दावा कर रहा था।
दिल्ली : महिला कांग्रेस अध्यक्ष अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत गिरफ्तार
नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे करीब एक दर्जन कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए नेताओं में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी भी शामिल हैं।
एम एस रंधावा : जामा मस्जिद शहर में 144 लागू नहीं, लोग कर रहें हैं पुलिस का सहयोग
दिल्ली पुलिस पीआरओ, एमएस रंधावा ने बताया कि चारदीवारी शहर जामा मस्जिद में धारा 144 लागू नहीं है। यहां के लोग दिल्ली पुलिस का सहयोग कर रहे हैं और शांति चाहते हैं। दिल्ली पुलिस भी उसी दिशा में काम कर रही है। इस दौरान जामा मस्जिद के स्थानीय लोगों ने दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को गुलाब भी भेंट किए।
दिल्ली : नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के 12 स्टेशनों पर धारा 144 लागू
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के 14 में से 12 स्टेशनों पर धारा 144 लागू की गई है। दिल्ली पुलिस पांच ड्रोन कैमरों के जरिए नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के इलाकों में नजर रख रही है। सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी पुलिस निगरानी रखे हुए हैं। साथ ही कई हिस्सों में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस के संयुक्त सीपी आलोक कुमार ने बताया है कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। “उत्तर पूर्व जिले में सीआरपीएफ और आरएएफ की 10 कंपनियों सहित पर्याप्त बल तैनात किया गया है। हमने स्थानीय लोगों के साथ कई बार बैठक की है और साथ ही ड्रोन, दंगा विरोधी गियर को किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया है।
जामिया छात्रों को अंतरिम सुरक्षा देने से इंकार करने के खिलाफ ‘शेम’ बोले जाने की घटना की जांच के लिए समिति गठित
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि गुरुवार को जामिया के छात्रों को अंतरिम सुरक्षा देने से इंकार किए जाने पर मुख्य न्यायाधीश डी. एन पटेल के खिलाफ ‘शेम’ बोले जाने की अभूतपूर्व घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की जाएगी। मुख्य न्यायाधीश डी. एन पटेल और न्यायमूर्ति सी. हरिशंकर की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने कहा, “मामले को एक समिति के पास भेजा जाएगा और उसके बाद हम कार्रवाई करेंगे।”
वकीलों के एक समूह द्वारा इस मामले को मुख्य न्यायाधीश पटेल के सामने उठाए जाने के बाद यह बयान सामने आया है।वकीलों ने घटना माफी मांगी और स्वत: संज्ञान में लेकर अवमानना की एक कार्रवाई शुरू करने की मांग की। वहीं एक वकील ने सुझाव दिया कि सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को दिल्ली पुलिस ने नहीं दी विरोध मार्च की अनुमति
दिल्ली पुलिस ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक सीएए के विरोध में मार्च निकालने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
दिल्ली मेट्रो की सेवा बहाल, 3 स्टेशन अभी भी बंद
दिल्ली मेट्रो ने सभी स्टेशनों पर सेवाएं बहाल कर दी हैं, जिससे दिल्ली वासियों को आज काफी राहत पहुंची है। दिल्ली मेट्रो ने घोषणा की कि “सभी स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार खोल दिए गए हैं।” इसके साथ ही यह भी कहा गया कि सभी स्टेशनों में सामान्य सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। शुक्रवार सुबह दिल्ली मेट्रो की ओर से यह सूचना मिली थी कि जामिया मिलिया इस्लामिया सहित तीन स्टेशन बंद रहेंगे।
दिल्ली मेट्रो की ओर से एक ट्वीट में कहा गया, “जामिया मिलिया इस्लामिया, जसोला विहार और शाहीन बाग मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार बंद हैं। ट्रेन इन स्टेशनों पर नहीं रुकेंगी।” हालांकि इसके साथ यह भी कहा गया, “बाकी के सभी स्टेशन खुले हैं और सेवाएं सामान्य हैं।”
गुरुवार शाम दिल्ली मेट्रो के 20 में से 18 स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार खोले गए, जिन्हें नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के एहतियाती उपायों के मद्देनजर गुरुवार सुबह बंद कर दिया गया था।
दिल्ली मेट्रो ने एक ट्वीट में कहा कि जिन स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वार खोले गए हैं, वे राजीव चौक, विश्वविद्यालय, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन और लोक कल्याण मार्ग हैं। कुल मिलाकर, दिल्ली मेट्रों के 20 स्टेशनों में पूरे दिन मेट्रो रेल की सेवाएं बाधित रहीं, हालांकि राजीव चौक, मंडी हाउस और केंद्रीय सचिवालय स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध थी।
सीएए विरोध के सहारे बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में आतंकी संगठन : खुफीया एजेंसी
दिल्ली में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हो रहे लगातार विरोध प्रदर्शन ने दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। जामिया से उठा विरोध का स्वर अब राजधानी के अन्य इलाकों में फैलने लगा है, जहां अल्पसंख्यक बहुतायत में रहते हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों को सोशल साइट्स पर खास ध्यान रखने को कहा गया है। दिल्ली पुलिस ने 60 के करीब फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप ग्रुप की पहचान की है ,जिनसे भड़काने वाले मैसेज शेयर किए गए। लिहाजा दिल्ली पुलिस ने इन 60 एकाउंट्स को बंद करने के लिए लिखा है । दावा किया गया है कि ये लोग अफवाहों को फैलाने में लगे थे। जल्द ही ऐसे लोगों पर पुलिस लीगल एक्शन भी लेने जा रही है।
दिल्ली पुलिस को एजेंसियों से खुफिया जानकारी मिली है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान आतंकी संगठन दिल्ली में कोई बड़ी वारदात कर सकते है। इसलिए हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस संपर्क में है। इसके साथ ही दिल्ली से लगे सभी राज्यों के बॉर्डर पर पुलिस पिकेट तैनात है और वाहनों को पूरी तरह से चेक करने के बाद ही दिल्ली में प्रवेश करने दिया जाएगा।