वनडे इतिहास में दूसरी बार हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय बने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा है कि वह दुविधा में थे कि हैट्रिक लेने के लिए उन्हें कौन सी गेंद डालनी चाहिए। कुलदीप ने बुधवार को एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में हैट्रिक ली। यह कुलदीप की वनडे में दूसरी हैट्रिक है।
कुलदीप ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं दुविधा में था कि कौन सी गेंद फेकूं, अन या चाइनामैन। मुझे लगा कि अन सही विकल्प है और मैंन दूसरी स्लिप भी ले ली थी। मुझे लगा कि गेंद को ऑफ मिडल रखना सही होगा क्योंकि अगर वह चूकते हैं तो मुझे विकेट मिल जाएगा। यही रणनीति थी।”
25 वर्षीय कुलदीप ने इससे पहले 21 सितंबर 2017 को कोलकाता में आस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी। वह अंडर-19 स्तर पर भी हैट्रिक ले चुके हैं।
कुलदीप ने अपनी इस हैट्रिक में अपने आठवें ओवर में सबसे पहले शाई होप को 78 रन पर कोहली के हाथों कैच आउट करवाया, फिर जेसन होल्डर को 11 रन पर पंत के हाथों स्टंप आउट करवाया और ओवर की आखिरी गेंद पर अल्जारी जोसेफ को खाता खोले बिना कैच करवाकर कीर्तिमान अपने नाम कर लिया।
उन्होंने कहा कि उनकी यह हैट्रिक उनके लिए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है क्योंकि वह पिछले कुछ समय से फॉर्म में नहीं थे।
चाइमैन गेंदबाज ने कहा, “पिछले 10 महीने काफी मुश्किल रहे हैं। लगातार अच्छा करने के बाउ ऐसे समय भी आते हैं जब आपको विकेट नहीं मिलते हैं और अपनी गेंदबाजी को लेकर सोच में पड़ जाते हैं। विश्व कप के बाद से ही मैं टीम से बाहर चल रहा था और उसके बाद मैंने काफी मेहनत की।”
उन्होंने कहा, “चार-पांच महीनों से मैं संघर्ष कर रहा था, लेकिन अब मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं, अच्छी गति से और अच्छी विविधता से। इसलिए यह मेरे लिए काफी संतोषजनक बात है। मेरी कोशिश सिर्फ अपनी गति और विविधता में मिश्रण करने की थी।”