नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के कारण पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है और इनमें से एक सबसे प्रभावी इलाका पश्चिम बंगाल है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अगले संस्करण की नीलामी 72 घंटों के भीतर कोलकाता में होनी हैं ऐसे में फ्रेंचाइजियां शहर पर नजरें रखी हुई हैं।
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि यह बहुत जाहिर सी बात है कि हर कोई स्थिति को जानना चाहता है क्योंकि वहां राज्य में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
अधिकारी ने कहा, “ज्याद घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन हां, वहां क्या हो रहा है इस पर नजर रखी जा रही है। नीलामी गुरुवार को होनी है और आज वहां रैली निकाली गई, हमें लगातार स्थिति पर नजर रखनी होगी।”
विरोध के चलते शहर के कई हिस्से-माल्दा, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, नार्थ 24 प्रगांड़ और साउथ 24 प्रांगड़ के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।
वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 20 दिसंबर को अपनी पार्टी के सीनियर नेताओं की बैठक बुलाई है ताकि नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर रणनीति बनाई जाए।
एक अन्य फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने बताया है कि नीलामी में आने वाले अधिकतर सदस्य मंगलवार को कोलकाता पहुंच रहे हैं और 20 दिसंबर को वहां से वापसी करेंगे। इसलिए इस स्थिति में हालात पर नजर रखने की जरूरत है।
अधिकारी ने कहा, “अधिकतर मालिक 18 दिसंबर को वहां पहुंच रहे हैं और 19 दिसंबर को वापसी कर रहे हैं, जबकि बाकी के सदस्य एक दिन बाद लौट रहे हैं और कल शहर में पहुंचेंगे। ऐसे में हालात पर नजर रखी जा रही है।”
अन्य फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई की तरफ से सुरक्षा पुख्ता करने को कोई अपील नहीं की गई है ऐसे में देखो और इंतजार करो की नीति अपनाई जा रही है।
अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “हम लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं, लेकिन हमने अभी तक नीलामी स्थल की सुरक्षा को पुख्ता करने की अपील नहीं की है।”