उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र में शनिवार को कथित रूप से दुष्कर्म के बाद आग के हवाले की गई पीड़िता के घर रविवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य कमलेश गौतम पहुंचीं। उन्होंने पुलिसिया कार्रवाई पर कई सवाल उठाए। कानपुर की हैलेट अस्पताल में भर्ती 18 साल की पीड़िता और वहां मौजूद उसके परिजनों से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य कमलेश गौतम रविवार दोपहर बाद पीड़िता के गांव ऊबीपुर पहुंचीं और उसकी बहन से घटना के संबंध में पूछताछ की।
उन्होंने कहा, “दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में गांव में पंचायत बैठाना बेहद गलत है, इसे कतई न्यायसंगत नहीं माना जा सकता।”
पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए गौतम ने कहा, “अगर लड़की ने खुद आग लगाई है तो अब तक वह मिट्टी के तेल का डिब्बा पुलिस क्यों नहीं बरामद कर सकी, जिसमें तेल भरा था।”
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य कमलेश गौतम ने आरोप लगाते हुए कहा, “दुष्कर्म के बाद लड़के ने ही आग लगाई है और पुलिस लड़की को गलत साबित करने की कोशिश कर रही है।”
गौतम ने बताया, “मैं कानपुर के अस्पताल में पीड़िता से मिलकर आई हूं। उसकी हालत बेहद चिंताजनक है। उसे नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराने के लिए जिलाधिकारी से बात की जा चुकी है।”
गौरतलब है कि शनिवार को 18 साल की एक लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म करने के बाद आग के हवाले कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि इस दौरान पीड़िता नब्बे फीसदी झुलस गई थी।
इस मामले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के हवाले से प्रयागराज परिक्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) ने कहा था, “लड़की-लड़के के अलग रहने के पंचायत के फैसले से क्षुब्ध होकर लड़की ने खुद आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की है।”