युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने विंडीज के खिलाफ खेले गए तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में अपने स्वाभाव से विपरित सूझबूझ से खेलते हुए अर्धशतक जमाया और बताया कि वह स्थिति के मुताबिक खेल सकते हैं। पंत की उनके लापरवाह रवैये के लिए काफी आलोचना होती रही है, लेकिन पंत ने इस पारी के बाद कहा कि वह हर दिन अपने खेल में सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मैच में हालांकि भारत को हार का सामना करना पड़ा।
मैच के बाद पंत ने कहा, “स्वाभाविक खेल जैसा कुछ नहीं होता। हमें स्थिति के हिसाब से खेलना होता है। अगर आप स्थिति के हिसाब से खेलेंगे तो आप अच्छा कर सकते हैं। मेरा ध्यान एक खिलाड़ी के तौर पर बेहतर होने और सुधार करने पर है। आपको अपने आप में विश्वास रखना होता है। मैं सिर्फ इस बात पर ध्यान दे रहा हूं कि मैं क्या कर सकता हूं।”
पंत ने जब से सीमित ओवरों में महेंद्र सिंह धोनी का स्थान लिया है तब से उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के लिए उनकी आलोचना की जाती रही है। पहला वनडे धोनी के दूसरे घर चेन्नई में ही था और इस मैदान पर दर्शकों ने पंत-पंत के नारे लगाए। इसके उलट इससे पहले पंत जब मैदान पर उतरे थे तो धोनी-धोनी के नारे लगे थे।
इस पर पंत ने कहा, “कई बार जब आपको दर्शकों का समर्थन मिलता है तो वो आपके लिए काफी अहम होता है क्योंकि मैं निजी तौर पर बड़ा स्कोर करने की सोच रहा था लेकिन कर नहीं पा रहा था। मैं यह नहीं कह रहा कि मैं उस मुकाम तक पहुंच गया लेकिन मैं कोशिश जरूर कर रहा हूं। एक टीम के नजरिए से, मैं टीम की जीत में जो कर सकता हूं वो करूंगा। मेरा ध्यान इसी पर है और अंत में मैंने कुछ रन किए।”
उन्होंने कहा, “निजी तौर पर, मैं अगर भारत के लिए खेलता हूं तो हर पारी अहम होती है। एक युवा के तौर पर, मैं सीखना और सुधार करना चाहता हूं।”
तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मैच में हार के बाद भारत 0-1 से पीछे है। बुधवार को दोनों टीमें विशाखापट्टनम में मैदान पर उतरेंगी।