पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) का मार्ग बदलकर बलूचिस्तान प्रांत के लोगों को परियोजना के लाभ से वंचित किया गया है। प्रांत की राजधानी क्वेटा में रविवार को समर्थकों को संबोधित करने के दौरान बिलावल ने कहा, “हम (पीपीपी) सीपीईसी जैसी क्रांतिकारी परियोजनाएं लेकर आए, जो बलूचिस्तान के लोगों (विशेषकर) के लिए, खासतौर से ग्वादर के निवासियों के लिए थी.. यह आपके लिए नौकरी के अवसर पैदा करने और आपकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए थी।”
उन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से, (पूर्व) राष्ट्रपति जरदारी के दृष्टिकोण के विपरीत, जो चाहते थे कि परियोजना को सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का लाभ मिले .. कि मार्ग एफएटीए (संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र) से बलूचिस्तान तक शुरू होना चाहिए, लेकिन मार्ग बदल दिया गया है। अब यह लाहौर और सिंध से शुरू हो रहा है।”
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, पीपीपी अध्यक्ष ने कहा, “ये चुने हुए पपेट (मौजूदा सरकार) आपको उन लाभों को प्रदान नहीं कर सकती हैं।”
उन्होंने कहा कि सिर्फ उनकी पार्टी ही थी, जिसने सुनिश्चित किया था कि परियोजना उस क्षेत्र के निवासियों को लाभान्वित करे, जहां इसे लॉन्च किया गया था।