असम में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 (सीएबी) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए और अधिक सुरक्षाबलों की जरूरत है। यह बात राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कही।
डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक गौतम बोराह ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया कि आंदोलनकारी मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन से लेकर सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन हालात फिलहाल काबू में हैं।
बुधवार से कर्फ्यू लगाए जाने के बावजूद असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के गृहनगर डिब्रूगढ़ में सीएबी विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताते हुए बोराह ने कहा कि पुलिस बल कम है, क्योंकि प्रदर्शनकारी एक साथ कई स्थानों को निशाना बना रहे हैं।
बोराह ने कहा, “लोग बड़ी संख्या में बाहर आ रहे हैं। हमें और अधिक सुरक्षाबलों की जरूरत है, क्योंकि 4,000 से 5,000 लोग कुछ स्थानों पर एकत्रित हो रहे हैं। मैंने अपने उच्च अधिकारियों से बात की है, क्योंकि ये घटनाएं अलग-अलग जगहों पर एक ही समय में हो रही हैं।”
बुधवार को सीएबी को राज्यसभा की मंजूरी मिलने के बाद असम में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। आंदोलनकारियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री के घर पर पथराव भी किया।