भारतीय संसद द्वारा मंजूर नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) की आड़ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ राग अलापा है। उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ‘हिंदू वर्चस्ववाद एजेंडा’ (हिंदू सुपरमेसिस्ट एजेंडा) की तरफ बढ़ रहा है। इमरान ने गुरुवार को अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि भारत में अल्पसंख्यक अत्याचार के शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “भारत मोदी के नेतृत्व में योजनाबद्ध तरीके से हिंदू वर्चस्ववाद की तरफ बढ़ रहा है। पहले इसने कश्मीर की अवैधानिक घेराबंदी कर दी और इसे जारी रखे हुए है, फिर असम में 20 लाख मुसलमानों की नागरिकता खत्म कर दी और उनके लिए नजरंबदी शिविर बना दिए और अब नागरिकता बिल पास कर दिया है।”
भारत के अंदरूनी मामलों में दखल देते हुए इमरान ने ट्वीट जारी रखते हुए कहा, “और, यह सब कुछ भारत में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों की मॉब लिंचिंग के साथ-साथ हुआ है। दुनिया को यह समझना चाहिए कि नाजी जर्मनी की नस्लवादी नीति के प्रति उसकी (दुनिया की) खामोशी द्वितीय विश्व युद्ध की वजह बनी थी।”
इमरान ने भारतीय प्रधानमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा, “मोदी का हिंदू वर्चस्ववादी एजेंडा और उसके साथ पाकिस्तान को दी जा रही एटमी धमकी दुनिया में बड़े पैमाने के रक्तपात और दूरगामी नतीजों की वजह बनेगी। नाजी जर्मनी की तरह, मोदी ने भी विरोधी स्वरों को हाशिये पर कर दिया है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, दुनिया इस हिंदू वर्चस्ववादी एजेंडे के मुकाबले के लिए आगे आए।”