कोरेगांव दंगा जिस रफ़्तार से बढ़ रहा है कुछ उसी रफ़्तार से दंगे पर राजनीति भी बढ़ रही है। दंगों के पीछे किसका हाथ है यह बात भले किसी को मालुम हो या ना हो लेकिन राजनैतिक दलों को मालूम है।
दंगों के मात्र कुछ देर बाद राहुल गाँधी ने यह फैसला सुना दिया है कि इन सब के लिए बीजेपी और आरएएस दोषी है। वहीं महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस भी यह पता है कि इन दंगों के पीछे विपक्षियों का हाथ है। दंगे पर सभी पार्टिया अपने अपने हिसाब से बयान दे रही है। राहुल इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहते। इस घटना पर कोंग्रेसी होने के नाते क्या बोलना है उन्हें यह पता है।
राहुल ने बीजेपी को घेरते हुए कहा है कि बीजेपी और आरएएस दोनों ही दलित समाज को सब निचले पायदान पर देखना चाहते है। राहुल ने एक ट्वीट के जरिये बीजेपी सरकार पर निशाना लगाया कि “आरएएस और बीजेपी दलितों को समाज के सबसे निचले पायदान पर देखना चाहते है पहले ऊना की घटना, फिर रोहित विमुला और अब यह कोरगांव में भीमा दंगा इस बात के सबूत है कि सरकार किस तरह का व्यवहार दलितों के साथ करती है।”
A central pillar of the RSS/BJP’s fascist vision for India is that Dalits should remain at the bottom of Indian society. Una, Rohith Vemula and now Bhima-Koregaon are potent symbols of the resistance.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 2, 2018
घटना पर प्रकाश अंबेडकर ने निराशा जताई है। उन्होंने यह दावा किया है कि घटना के पीछे हिंदू संस्था के मिलिंद एकबोते ओर सांभाजी भिंडे का हाथ है। अंबेडकर जी ने यह कहा है कि हमने पुलिस को दंगाइयों के नाम दे दिए है, अब उनका काम है कि कार्रवाई करें। अगर दोषियों पर सही कार्रवाई ना हुई तो हम आंदोलन की राह पकड़ेंगे।
मुख्यमंत्री ने घटना को बताया सरकार को बदनाम करने की साजिश
महराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने पूरी घटना को सरकार को बदनाम करने की साजिश बताया है। उन्होंने कहा है कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा लेकिन इस तरह की घटना दूखनीय है और हमें पता है कि यह हमारी सरकार को बदनाम करने की साजिश है।
…..और अफवाहों ने चिंगारी को जवाला बना दिया
कोरेगांव में जो घटना हुई उसके पीछे अफवाहों का बड़ा हाथ रहा शुरू से ही रहा। इस मामले से जुड़े अफवाहों को फैलाया गया। सोशल मीडिया के जरिये एक ही दिन में घटना ने बड़े दंगे का रूप ले लिया।
Don’t believe in rumours. Traffic on Eastern expressway was affected due to protests. It’s moving now. Traffic at Chembur Naka is still affected. There is nothing to panic. Verify facts with police officers and men before posting anything on social media.
— मुंबई पोलीस – Mumbai Police (@MumbaiPolice) January 2, 2018
इस समय तरह तरह के अफवाहों के जरिये दंगे को भड़काया जा रहा है। शरारती तत्वों को सबक सिखाने के लिए महराष्ट्र पुलिस ने अपनी कमर कस ली है। लोगों को भरोसा दिलाते हुए पुलिस ने अपने अकाउंट से ट्वीट किया है कि “घबराने की जरूरत नहीं है और ना ही अफवाहों पर ध्यान देने की पुलिस आपके साथ है चेंबूर नका प्रभावित है।”