नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में आज देश भर के डॉक्टर के एक साथ आ चुके है। संसद में पेश होने वाले इस बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बंद का ऐलान कर दिया है जिसके कारण आज सुबह से ही करीब 3 लाख से ज़्यादा डॉक्टर हड़ताल पर चले गए है।
डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से ओपीडी सेवाएं आज ठप्प रहेंगी हालाँकि यह उम्मीद जताई जा रही है कि आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा जाएगा।
आईएमए ने कहा बिल पास हुआ तो यह इतिहास का काला दिन होगा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस बिल का विरोध किया है इस बिल के खिलाफ बोलते हुए एसोसिएशन ने कहा है कि इसके आने से देश भर में भ्रष्टाचार बढ़ेगा साथ ही इलाजों के खर्च भी बिना वजह बढ़ जाएंगे।
एसोसिएशन ने बताया कि हम प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 15% सीटों की बज़ाय 60% सीटों की फीस तय करने का अधिकार मैनेजमेंट को दिए जाने का विरोध करते है। आईएमए ने यह भी साफ़ कर दिया कि बिल में एमबीबीएस के बाद भी प्रैक्टिस के लिए एक और परीक्षा देने को अनिवार्य बनाना जैसे कई दूसरे प्रावधान गैरजरूरी है जिसका हम समर्थन नहीं करते।
आईएमए के नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रवि वनखेडकर ने इस बिल को समाज विरोधी, गरीब विरोधी, और अलोकतांत्रिक बताया है। उन्होंने कहा है कि बिल पूरी तरह से आम जनता के खिलाफ है और इससे देश को किसी भी प्रकार का कोई फायदा नहीं मिलेगा।