पाकिस्तान ने अमेरिका-तालिबान वार्ता के पुन: शुरू होने से संबंधित घोषणा का स्वागत किया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने उम्मीद जताई है कि यह प्रक्रिया अंतर-अफगान वार्ता का नेतृत्व करेगी और अंतत: अफगानिस्तान एक शांतिपूर्ण और स्थिर राष्ट्र बन जाएगा।
यह जानकारी शुक्रवार को मिली। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका द्वारा दोहा में तालिबान से जल्द ही वार्ता पुन: शुरू करने की घोषणा के एक दिन बाद पाक विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “पाकिस्तान संघर्ष में शामिल सभी पक्षों की रचनात्मक रूप से साझा जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करता है।”
पाकिस्तान ने अपने बयान में आगे कहा कि उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि अफगानिस्तान में चल रहे संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है।
अमेरिका और तालिबान द्वारा एक-दूसरे से अनौपचारिक रूप से बात करने के बाद से ही वार्ता के पुन: शुरू होने की संभावना थी। ऐसा माना जाता है कि वार्ता को पुन: शुरू करने में और दोनों पक्षों को मनाने में पाकिस्तान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हालांकि सितंबर में दोनों पक्ष शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बहुत करीब थे, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान द्वारा अमेरिकी सैनिकों को निशाना बना कर किए जा रहे लगातार हमलों की वजह से आखिरी पल में समझौता करने से मना कर दिया था।