कश्मीर मामले में फर्जी पोस्ट के कारण कई पाकिस्तानियों के ट्विटर अकाउंट को निलंबित किया जाना पाकिस्तानी सेना को रास नहीं आया है और उसने ट्विटर की ‘कश्मीर समर्थक अकाउंट’ से जुड़ी नीति पर सवाल उठाया है। इस बीच, पाकिस्तान ने एक बार फिर इस मामले में पाकिस्तानियों के अकाउंट को निलंबित किए जाने पर औपचारिक रूप से ट्विटर से संपर्क कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कई यूजर अकाउंट निलंबित किए जाने पर ट्विटर को जिम्मेदार ठहराया है। उनका बयान अगस्त में 300 से अधिक ऐसे अकाउंट को निलंबित किए जाने के बाद आया है जिसमें कश्मीर को दिए गए विशेष दर्ज को भारत द्वारा वापस लिए जाने पर टिप्पणी की गई थी।
गफूर ने ट्वीट कर ट्विटर की नीति के प्रति विरोध जताया। उन्होंने कहा कि इस मामले को अधिकारियों ने ट्विटर के समक्ष उठाया है और इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “पाकिस्तानी यूजर ट्विटर पर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। अधिकांश कश्मीर को समर्थन देने के कारण। किसी न किसी बहाने उनका अकाउंट निलंबित किया जा रहा है। इस मामले को अधिकारियों ने उठाया है और इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। जिम्मेदार यूजर की तरह सजग रहें और जो इसमें शामिल हैं, उन्हें शिकस्त दें।”
इस बीच, पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी के प्रवक्ता खुर्रम मेहरान ने ‘द न्यूज’ को बताया कि उन्हें अकाउंट निलंबित किए जाने की 396 शिकायतें मिली हैं जिसे ट्विटर के समक्ष उठाया गया है। उन्होंने कहा कि ट्विटर ने इनमें से केवल 66 अकाउंट को बहाल किया है। 330 अभी भी निलंबित हैं।
अथॉरिटी ने अमेरिकी माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सिद्धांतों के खिलाफ बताया है।