पाकिस्तान में महंगाई दर 12.7 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो कि नौ वर्ष में अपने उच्च स्तर पर है। ऐसा मुख्यत: खाद्य पदार्थो की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से हुआ है। पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स(पीबीएस) ने बुधवार को अपनी रपट में कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर मुद्रास्फीति में पिछले माह के मुकाबले मामूली बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि पीबीएस ने पूर्ववर्ती 2007-08 वित्त वर्ष के स्थान पर 2015-16 को नया आधार वर्ष बनाकर अपनी गणना पद्धति में बदलाव किया है।
समाचार पत्र डॉन की रपट के अनुसार, वित्तमंत्री ने दावा किया की अगले माह से मुद्रास्फीति में कमी आ जाएगी। उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि यह कैसे होगा।
बुधवार को जारी आंकड़े से पता चलता है कि खाद्य पदार्थो में बढ़ोतरी से नवंबर में कुल मंहगाई में तेजी आई है।
यह देखा गया है कि महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थो की कीमत शहरी इलाकों से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान लगाया है कि पाकिस्तान की मुद्रस्फीति 13 प्रतिशत तक हो सकती है, लेकिन पाकिस्तान सरकार का अनुमान है कि यह मौजूदा वित्त वर्ष में 11 से 13 प्रतिशत के बीच ही रहेगा।