कांग्रेस को सोमवार को आयकर (I-T) विभाग द्वारा एक कारण बताओ नोटिस दिया गया है। यह नोटिस पार्टी द्वारा कथित तौर पर हैरदाबाद की एक फर्म से पार्टी खाते में कालाधन भेजे जाने से संबंधित दास्तावेज पेश नहीं किए जाने के बाद भेजा गया है।
साथी आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों को 4 नवंबर को विभाग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया था। लेकिन वहां भी कोई कांग्रेस पदाधिकारी नहीं पहुंचा।
हाल ही में एक छापेमारी के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों ने पाया था कि हैरदाबाद आधारित एक इंफ्रस्ट्रकचर फ्रंम द्वारा हवाला के जरिए कांग्रेस को 170 करोड़ रुपए भेजे गए हैं।
इस फंड को फर्जी बिल के जरिए सरकारी परियोजनाओं से निकाल दिया गया।
मामले में जांच के दौरान आयकर विभाग ने पाया है कि फर्जी बिलिंग ज्यादातर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सरकार द्वारा कंपनी को आवंटित परियोजनाओं में की गई थी।