उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की खाली हुई सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार अरुण सिंह ने सोमवार को विधानसभा में अपना नामांकन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और दोनों उपमुख्यमंत्री मौजूद रहे। राज्यसभा की इस सीट के लिए मतदान 12 दिसंबर को होगा और शाम को परिणाम घोषित किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने जिस सीट के लिए पार्टी प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया, यह सपा की राज्यसभा सदस्य डॉ़ तजीन फातमा के इस्तीफे से रिक्त हुई है। तजीन फातमा समाजवादी पार्टी से सांसद मोहम्मद आजम खां की पत्नी हैं, जो उनकी छोड़ी हुई रामपुर सीट पर हुए उपचुनाव में विधायक चुनी गई हैं।
नामांकन से पहले अरुण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर भेंट की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, “लंबे समय तक भाजपा के संगठन में मैंने काम किया है। पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी है, उसको पूरी निष्ठा, ईमानदारी के साथ निभाया है। अब पार्टी ने मुझे राज्यसभा की जिम्मेदारी दी है। उस पर भी पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करूंगा। जनता और आम लोगों के लिए भी अब काम करूंगा।”
राज्यसभा की इस सीट पर नामांकन का सोमवार अंतिम दिन है। तीन दिसंबर तक नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि पांच दिसंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि है। किसी भी अन्य दल की ओर से किसी भी प्रत्याशी के मैदान में न उतरने के कारण भाजपा के अरुण सिंह का राज्यसभा में जाना तय है।
इस सीट के लिए मतदान की तिथि 12 दिसंबर है। सुबह नौ से शाम चार बजे तक मतदान होगा, जबकि पांच बजे से मतगणना होगी। इसका परिणाम भी 12 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। इस खाली सीट पर निर्वाचन सम्पन्न कराने की अंतिम तिथि 16 दिसंबर है।
अरुण सिंह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के वैधा गांव के रहने वाले हैं। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता युवा मोर्चा से की थी। वर्तमान में वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं।