बनारस हिंदू विश्वविद्यालय(बीएचयू) के संस्कृत विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति को लेकर विरोध प्रदर्शन का सामना कर रहे डॉ. फिरोज खान शुक्रवार को विश्वविद्यालय के आयुर्वेद विभाग के लिए हुए साक्षात्कार में उपस्थित हुए। छात्रों द्वारा प्रदर्शन करने की आशंका के चलते साक्षात्कार एक गेस्ट हाउस में गुप्त रूप से हुआ।
साक्षात्कार के लिए डॉ. फिरोज खान सहित 10 उम्मीदवारों को आना था, लेकिन केवल आठ उम्मीदवार ही साक्षात्कार में उपस्थित हुए।
आयुर्वेद विभाग के डीन प्रोफेसर यामिनी भूषण ने पत्रकारों से कहा कि डॉ. फिरोज खान ने मेधा सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
खान ने इससे पहले आयुर्वेद और कला संकाय के साथ संस्कृत संकाय में नौकरी के लिए आवेदन किया था, जिसके बाद उन्हें संस्कृत विभाग में नियुक्त किया गया था, जिसका छात्रों ने भारी विरोध किया। छात्र संस्कृत पढ़ाने के लिए एक मुस्लिम शिक्षक को स्वीकार नहीं करना चाहते हैं।
आयुर्वेद विभाग के लिए साक्षात्कार शुक्रवार को हुआ और कहा जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए खान को इस विभाग में स्थानांतरित किया जा सकता है।
एक छात्र नेता अमित कुमार दुबे ने कहा, “यह हमारी मांग रही है कि खान को हमारे विभाग को छोड़कर किसी भी विभाग में नियुक्त किया जा सकता है। हमें इससे कोई समस्या नहीं है।”