पाकिस्तान को चीन से सीपीईसी के जरिए बड़ी मात्रा में आर्थिक निवेश प्राप्त हो रहा है। चीनी निवेश की लालसा में डूबे हुए पाकिस्तान ने अब भारत के ऊपर सीपीईसी प्रोजेक्ट में अड़चन लगाने का आरोप लगाया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसान इकबाल ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान के जरिए चीन-पाकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) खिलाफ साजिश रच रहा है।
भारत द्वारा लगातार सीपीईसी के खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है लेकिन पाकिस्तानी लोगों के समर्थन से भारत की इन कोशिशों को विफल कर दिया जाएगा।
मंत्री इकबाल ने कहा कि पाकिस्तान के दुश्मन अलग-अलग तरीकों से 50 अरब डॉलर की लागत वाले सीपीईसी को विफल करने की कोशिश में जुटे हुए है।
गुरूवार को अहसान इकबाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सीपीईसी के खिलाफ साजिश रचने के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन हमें पूरी उम्मीद है कि चीन व पाकिस्तान की महत्वाकांक्षी परियोजना पूरी तरह से सफल हो जाएगी।
इससे पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि वो अफगानिस्तान को भी सीपीईसी में शामिल करना चाहता है। इस बारे मे भारत को चीन ने तीसरा देश बताते हुए कहा था कि भारत को इस बारे में चिंता नहीं करनी चाहिए। चीन की बेल्ट एवं रोड इनिशिएटिव की प्रमुख परियोजना को भारत द्वारा परेशान नहीं किए जाने की चेतावनी चीन ने दी थी।
अमेरिका व कुलभूषण जाधव मामले में भी दिया बयान
गौरतलब है कि चीन सीपीईसी प्रोजेक्ट के जरिए पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह के साथ चीन के शिंजियांग प्रांत को जोड़ते हुए राजमार्गों, रेलवे, सड़कों और विशेष आर्थिक क्षेत्रों का एक नेटवर्क बनाना चाहता है।
सीपीईसी प्रोजेक्ट पाकिस्तान के कश्मीर से भी गुजर रहा है। इस पर भारत द्वारा चीन व पाकिस्तान को आपत्ति भी दर्ज करवाया जा चुका है।
इसके साथ ही अहसान इकबाल ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए पाकिस्तानी सैनिकों के बलिदान को अमेरिका द्वारा स्वीकार किया जाना चाहिए।
साथ ही कुलभूषण जाधव मामले को लेकर कहा कि हमने मानवीयता के आधार पर जाधव के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति दी थी लेकिन भारत की तरफ से इसके जवाब में सीमा पर फायरिंग की गई। जिसमें हमारे तीन सैनिकों की मौत हो गई।