सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की याचिका पर कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार को नोटिस जारी किया। सीबीआई शारदा घोटाला मामले में उनकी गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ करना चाहती है। इस घोटाले का खुलासा कुमार के बिधाननगर पुलिस आयुक्त रहते हुए 2013 में हुआ था।
प्रधान न्यायाधीश एस.ए. बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने सॉलिस्टिर जनरल तुषार मेहता से कहा, “आपको हमें संतुष्ट करना होगा कि क्यों उनकी गिरफ्तारी जरूरी है, क्योंकि वह ऊंचे पद के अधिकारी हैं।”
सीबीआई की तरफ से पेश मेहता ने कहा कि कुमार को गिरफ्तार करना जरूरी है, क्योंकि सीबीआई के पास यह स्थापित करने का सबूत है कि या तो उन्होंने घोटाले से संबंधित बड़े सबूत को दबाया है या फिर किसी को बचाने के लिए सबूत नष्ट किया है। सीबीआई के अनुसार कुमार फरार है।
घोटाले के तहत लाखों लागों को उनके निवेश पर ऊंचे रिटर्न का सपना दिखाकर ठगा गया। इसकी जांच के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष जांच टीम बनाई थी, जिसमें कुमार भी शामिल थे। बाद में, शीर्ष अदालत ने 2014 में अन्य चिटफंड मामलों समेत इस घोटाले की जांच को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया था।