राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली से एक चौंका देने वाली आपराधिक घटना सामने आई है। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में पानी की सप्लाई के लिए लाए गए पाइप चोरी हो गए। जोर बाग इलाके से राष्ट्रपति भवन तक पानी की पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पाइप लाइन में लगाए जाने वाले कई पाइप राष्ट्रपति भवने के गेट नंबर 23 और 24 के पास पड़े थे। जहां से उन्हें चुरा लिया गया।
पाइपलाइन इंस्टॉलेश का अनुबंध जिस कंपनी के साथ हुआ था। उसके मालिक अरुण जैन ने पाइपों लापता होने की जानकारी मिलने के बाद चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की। जिसके अनुसार जगह से करीब 20-22 पाइप गायब हो गए थे। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरा में कैद हुई है।
सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला कि बदमाश एक कार में मौके पर पहुंचे थे। वहां पहुंचने के बाद उन्होंने एक कंटेनर में पाइप डाले और उन्हें लेकर मौके से फरार हो गए। चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के सूत्रों ने बताया कि पुलिस को एक्ट में इस्तेमाल स्विफ्ट डिजायर कार मिल गई।
जिसके जरिए पुलिस ने सबसे पहले आजमगढ़ निवासी अजय (31) को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, अजय ने अपने साथियों की पहचान बताई। जिसके बाद बिहार निवासी मिथलेश (38), उत्तर प्रदेश के अमेठी निवासी उबर कैब चालक राकेश तिवारी और दिल्ली निवासी गुड्डू खान को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
पुछताछ के बाद बदमाशों ने खुलासा किया कि उन्होंने चोरी के पाइप मेरठ में बेचे हैं। उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने अजय को पुलिस रिमांड में भेज दिया है और मामले में अन्य दोषियों को जेल भेज दिया गया।