न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड को करारी शिकस्त दी थी जिसकी यादें अभी भी इंग्लैंड के कप्तान जोए रूट के लिए ताजा होंगी। क्योंकि इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को मात देना किसी भी स्थिति में आसान नहीं है। रूट की नजरें अब बेशक शुक्रवार से सेडन पार्क मैदान पर खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में वापसी करने पर होगी ताकि विश्व विजेता अपनी साख को बचा सके।
यह सीरीज आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा नहीं है इसलिए दोनों टीमों पर अंक बटोरने का दवाब तो नहीं है, लेकिन किवी टीम के लिए यह सीरीज घर में अपनी बादशाहत को बनाए रखने की बात है तो इंग्लैंड के लिए विदेशों में अपने प्रदर्शन को बेहतर करने की।
पहले मैच में बीजे वाटलिंग और मिशेल सैंटनर ने बेहतरीन पारियां खेल किवी टीम को मजबूत स्कोर दिया था। इसके बाद नील वेग्नर ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को सस्ते में समेट पारी से हार सौंपी थी।
मैच के बाद हालांकि इंग्लैंड के कप्तान रूट ने कहा था कि पहली पारी में अहम समय पर विकेट खोना टीम की हार का मुख्य कारण रहा। पहली पारी में इंग्लैंड एक समय चार विकेट के नुकसान पर 277 रनों पर अच्छी स्थिति में थी लेकिन 353 तक आते-आते उसने अपने सभी विकेट खो दिए थे।
रूट ने मैच के बाद कहा था कि टीम को वो बल्लेबाज चाहिए जो 100-200 बना सकें ताकि टीम को विशाल स्कोर मिल सका। इस मैच में इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्या कर पाती है यह मैच में पता चलेगा। इसकी जिम्मेदारी हालांकि खुद कप्तान के कंधों पर सबसे ज्यादा होगी। मेहमान टीम के लिए एक चिंता भी है क्योंकि जोस बटलर को अभ्यास में चोट लग गई है और उनका दूसरे मैच में खेलना संदिग्ध है। उनके स्थान पर ओली पोप को मौका मिल सकता है।
रूट ने भी कहा है कि अगर बटलर नहीं खेलते हैं तो पोप विकेटकीपिंग करेंगे। रूट के लिए गेंदबाजी भी चिंता का विषय होगी। पहले मैच में उनके गेंदबाज किवी टीम के बल्लेबाजों को रोक नहीं पाए थे।
जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्राड और बेन स्टोक्स उनके गेंदबाजी आक्रमण की धुरी हैं।
एक ओर जहां इंग्लैंड एक खिलाड़ी की चोट से परेशान है तो किवी टीम को दो खिलाड़ी चोटिल हो कर बाहर हो गए हैं। तेज गेंदबाज ट्रैंट बाउल्ट पहले मैच के पांचवें दिन ही मैदान छोड़कर बाहर चले गए थे। वह दूसरे मैच में नहीं खेलेंगे। हरफनमौला खिलाड़ी कोलिन डी ग्रांडहोम भी चोटिल हैं।
बाउल्ट के स्थान पर डार्ली मिशेल को टीम में मौका मिला है लेकिन वह टेस्ट में खेलेंगे या नहीं यह बात तय नहीं है।
टीमें :
इंग्लैंड : जोए रूट (कप्तान), जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जोस बटलर, जैक क्रोले, सैम कुरैन, जोए डेनले, जैक लीच, साकिब महमूद, मैट पार्किं सन, ओली पोप, डोम सिब्ले, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स।
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), टॉड एस्ले, टॉम ब्लंडल, लॉकी फग्र्यूसन, मैट हेनरी, टॉम लाथम (विकेटकीपर), डार्ली मिशेल, हेनरी निकोलस, जीत रावल, मिशेल सैंटनर, टिम साउदी, रॉस टेलर, निल वेग्नर, बीजे वाटलिंग (विकेटकीपर)।