Sun. Aug 17th, 2025

    सबरीमाला मंदिर जाने के लिए मंगलवार को तृप्ति देसाई के साथ पुलिस सुरक्षा पाने में विफल रहने के बाद बिन्दू अम्मिनी ने बुधवार को घोषणा की कि वह अगले साल दो जनवरी को सबरीमाला जाएंगी। अम्मिनी इस साल दो जनवरी को इस प्रसिद्ध मंदिर में प्रार्थना करने वाली दो महिलाओं में से एक हैं। अम्मिनी ने कहा, “आगामी यात्रा, मंदिर की हमारी पहली यात्रा की सालगिरह मनाने के लिए है। इस नई तीर्थयात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों महिलाएं आएंगी। यह तीर्थयात्रा पुनर्जागरण आंदोलन की महिला शाखा के तहत आयोजित की जा रही है। मुझे नहीं लगता कि कोच्चि पुलिस हमें सुरक्षा प्रदान करेगी, लेकिन हम जाएंगे।”

    देसाई और उनकी छह सदस्यीय टीम मंगलवार सुबह कोच्चि हवाईअड्डे पर पुणे से पहुंची थी, जिनसे अम्मिनी मिलीं और फिर उन्होंने सबरीमाला के लिए आगे बढ़ने के लिए सुरक्षा पाने के लिए कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त कार्यालय से संपर्क किया।

    पुनर्जागरण आंदोलन, जिसे केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का संरक्षण है, को पिछले साल लॉन्च किया गया था और एक जनवरी को इस आंदोलन ने राज्य के उत्तरी सिरे से दक्षिणी सिरे तक महिलाओं की आवाज को बुलंद किया।

    अम्मिनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर की शुरुआत में 3:2 का फैसला सुनाते हुए सबरीमाला समीक्षा याचिका को सात-न्यायाधीशों की एक बड़ी बेंच के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने 28 सितंबर, 2018 के आदेश पर रोक नहीं लगाई और मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी।

    इस मंदिर में 10 से लेकर 50 वर्ष तक की आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *