उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मानकों में असफल पाए जाने पर एटोर्वास्टेटिन की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह दवाई दिल संबंधी बीमारियों में आम तौर पर इस्तेमाल की जाती है।
यह दवाई प्रदेश में लगभग 160 सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजी गई है और इसकी पूरी मात्रा को वापस लेने का आदेश जारी कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता के अनुसार, “हैदराबाद की आपूर्तिकर्ता कंपनी को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया गया है। दवाई की भारी मांग देखते हुए अतिरिक्त स्टॉक की व्यवस्था की जा रही है।”
आधिकारिक आदेश के अनुसार, दवाई के नमूने को रीजनल ड्रग्स टेस्टिंग लैबोरेटरी (आरडीटीएल) चंडीगढ़ में जांचा गया और संबंधित आदेश 19 नवंबर को जारी किया गया। जांच के लिए नमूने आगरा जिला अस्पताल से बेतरतीब ढंग से लिए गए और परीक्षण के लिए भेज दिए गए।