राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के मामले को लेकर देश भरे में मचे कोहराम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अब जनता दल (युनाइटेड) का भी साथ मिलता दिख रहा है। जद (यू) के विधायक और बिहार के अल्पसंख्ययक कल्याण मंत्री खुर्शीद आलम ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का समर्थन किया है।
बिहार के मंत्री खुर्शीद आलम ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से कहा, “जो भारत के रहने वाले नहीं, उनको भारत में कैसे रहने दिया जा सकता है? क्या हम पाकिस्तान के लोगों को, जो यहां अवैध तरीके से रह रहे हैं, भारत में रहने की इजाजत दे दें? जो बाहर के हैं, उनको बाहर जाना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा कि जिनके पास भी देश की नागरिकता का प्रमाण नहीं है, उन्हें हर हाल में देश से बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को पार्टी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
आलम ने सवालिया लहजे में कहा कि अगर कोई बिना किसी ठोस आधार के देश के बाहर से आकर भारत में चोरी-छिपे रह रहा है तो उसे यहां रहने देना चाहिए? ऐसे लोगों की अनदेखी नहीं की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जद (यू) के उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एनआरसी के मुद्दे पर बिना किसी का नाम लिए भाजपा पर निशाना साधा था।
प्रशांत ने ट्वीट किया था कि 15 से अधिक राज्यों में गैर-भाजपाई मुख्यमंत्री हैं और ये ऐसे राज्य हैं, जहां देश की 55 फीसदी से अधिक जनसंख्या है।
उन्होंने आगे सवालिया लहजे में कहा था, “आश्चर्य यह है कि उनमें से कितने लोगों से एनआरसी पर विमर्श किया गया और कितने अपने-अपने राज्यों में इसे लागू करने के लिए तैयार हैं।”