भारतीय संविधान की 70वीं जयंती पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक जहां संविधान की रक्षा को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस के नेता महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की बात कह रहे हैं। हालांकि सरकार की ओर से सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल, संविधान निर्माता डॉ़ भीमराव आंबेडकर तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके साथ मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगी भी थे।
वहीं विशेष सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना दे रहे हैं। साथ ही कांग्रेस के विधायक भी वहां पहुंच कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
विधान भवन प्रांगण में संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष सत्र के दौरान बड़ी संख्या में लोक कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुति दे रहे हैं।
विशेष सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे विधानसभा मंडप में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक से हुई। इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगी।
यह पहला मौका है, जब आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों को एक साथ संबोधित करेंगी। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद दोपहर 12 बजे से दोनों सदनों की अलग-अलग कार्यवाही शुरू हो जाएगी। संविधान दिवस पर राज्यपाल के अभिभाषण पर दोपहर 12 बजे विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा।