Wed. Sep 25th, 2024

    दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से विस्फोटक भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार आतंकवादियों में से दो के नाम मुकद्दिस अली और रंजीत अली हैं। तीनों की उम्र 25 से 30 साल के बीच बताई जाती है। तीनों की गिरफ्तारी असम के गोलपाड़ा जिले से हुई है।

    दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुमार सिंह कुशवाह ने यहां सोमवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इन आतंकवादियों के बारे में काफी समय से सूचनाएं मिल रही थीं। हमें डर था कि कहीं ये देश की राजधानी दिल्ली में किसी वारदात को अंजाम न दे बैठें। सहायक पुलिस आयुक्त ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण की टीम को गहराई से जांच में पता चला कि इन आकंतवादियों के सूत्र असम के गोलपाड़ा जिले से भी जुड़े हैं। इसी सूचना के आधार पर हमने असम पुलिस से संपर्क साधा। दरअसल इन आतंकियों ने पहले असम में लगने वाले कृष्ण जी के एक मशहूर मेले में विस्फोट करने की साजिश रची थी। उसके बाद दिल्ली में आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की इनकी साजिश थी। लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही इन्हें दबोच लिया गया।”

    डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद कुमार सिंह कुशवाहा ने आगे कहा, “गिरफ्तार तीनों आतंकवादी 25 से कम उम्र के हैं। इनके नाम रंजीत इस्लाम उर्फ रंजीत अली, लुईत जमील जमान उर्फ अली और मुकद्दिर उर्फ मुकद्दिस इस्लाम है।”

    उन्होंने कहा कि पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया कि वे आईएसआईएस से प्रभावित थे। तीनों ही असम के गोलपाड़ा के हैं। पुलिस ने इनके पास से विस्फोट के लिए तैयार आईडी भी जब्त की है। इसमें टाइमर भी लगा मिला है। इसके अलावा इनके पास से एक किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और आईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले सामान बरामद हुए हैं।

    डीसीपी के अनुसार, गिरफ्तार आतंकवादी 12वीं पास जमील एक आधार सेंटर में नौकरी करता था। मुकद्दिस असम में ड्राइवर की नौकरी और मछली का कारोबार भी करता है। तीसरा रंजीत अली मछली बेचने वाली एक कंपनी में प्रबंधन टीम में नौकरी करता था।

    डीसीपी कुशवाहा के कहा कि तीनों को असम की स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया गया। इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली संभावित बड़ी दुर्घटना से बच गई है।

    पुलिस के अनुसार, इन आतंकवादियों के निशाने पर दिल्ली में भीड़ भरे इलाके थे, ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इन्हें सुर्खियां मिल सके। तीनों की बातचीत से पता चला है कि वे आईएसआईएस से प्रभावित थे। पुलिस ने तीनों की बातें भी इंटरसेप्ट की थी। इनके कब्जे से जब्त आईईडी भोपाल ट्रेन विस्फोट में इस्तेमाल आईईडी से हू-ब-हू मिलती-जुलती है।

    डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आतंकवादियों के पास से छोटी तलवारें भी मिली हैं। तीनों पहले एक साथ पढ़ते थे। असम के मेले में ये बतौर ट्रायल बम विस्फोट करने वाले थे। वहां सफल होने पर इन्हें दिल्ली में बड़ा काम करना था। इनके कब्जे से जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित साहित्य भी जब्त हुआ है।

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