पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के खिलाफ विदेशी में फैसले के बाद पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी ने मुख्य चुनाव आयुक्त न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सरदार मुहम्मद रजा की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, रजा के छह दिसंबर को सेवानिवृत्त होने से पहले विदेशी फंडिंग मामले में फैसला सुनाए जाने की संभावना है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को पीटीआई की कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने पार्टी की मांग को दोहराया कि चुनाव आयोग सभी तीन प्रमुख राजनीतिक दलों पीटीआई, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मामलों की सुनवाई करता है। उन्होंने सुनवाई को एक साथ करने की बात पर जोर देते हुए पीटीआई को एकल करने से बचने की बात कही।
सूचना मामलों में प्रधानमंत्री की विशेष सहयोगी डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने कोर कमेटी की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “ईसीपी को नियमों का पालन करना चाहिए। सभी पक्षों को समान अवसर देना चाहिए और बोर्ड की जवाबदेही का संचालन करना चाहिए।”
उसने आश्चर्य जताते हुए कहा कि पीएमएल-एन और पीपीपी के खिलाफ पीटीआई द्वारा दायर किए गए आवेदनों पर संज्ञान क्यों नहीं लिया जा रहा है।
पीटीआई का बयान ईसीपी द्वारा इमरान खान की पार्टी के खिलाफ पांच साल पुराने विदेशी फंडिंग मामले पर रोजाना सुनवाई के चार दिन बाद आया है।