पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए सोमवार को हो रहे मतदान के दौरान धांधली की छिटपुट आरोपों के बीच दो घंटे के दौरान 14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि कालियागंज, खड़गपुर सदर और करीमपुर में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हो रही है और अभी तक किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं मिली है।
निर्वाचन आयोग ने कहा, “तीनों निवार्चन क्षेत्रों में औसतन 13.8 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। कालियागंज में 14.13 मतदान, खड़गपुर सदर में 12.60 मतदान और करीमपुर में 14.17 मतदान दर्ज किए गए हैं।”
कालियागंज, करीमपुर और खड़गपुर सदर में तीन महिला उम्मीदवारों सहित 18 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इन क्षेत्रों में 7.34 लाख मतदाता 81 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में तृणमूल कांग्रेस द्वारा भाजपा उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने के बाद एक पीठासीन अधिकारी को हटा दिया गया था। भाजपा उम्मीदवार ने नियमों का उल्लंघन करते हुए अपनी पत्नी को ईवीएम का वह बटन दिखाया था, जिसे उसे दबाना था।
यह फूटेज कुछ टेलीविजन चैनलों पर भी दिखाया गया, जिसके बाद ईसी ने डिस्ट्रिक्ट रिटर्निग ऑफिसर से मामले की रिपोर्ट पेश करने को कहा था। इसके बाद पीठासीन अधिकारी को हटा दिया गया।
वहीं खड़गपुर सदर में बूथ नंबर 140 में भाजपा उम्मीदवार ने शिकायत की है कि ईवीएम मशीन को जानबूझकर आईने वाली दीवार के पास रखा गया है।
उम्मीदवार ने कहा, “दीवार पर लगे आईने के कारण यह पता चल जाएगा कि लोग किसे अपना मत दे रहे हैं। इसलिए हमने शिकायत की।”
हालांकि दीवार पर लगे आईने को निवार्चन अधिकारियों द्वारा बाद में कागज से ढक दिया गया।
वहीं करीमपुर में भाजपा ने आरोप लगाया कि उनके थानपाड़ा के उम्मीदवार को कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अगवा कर लिया है। तृणमूल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।
इस बार सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
वाम मोर्चा और कांग्रेस इस उपचुनाव में गठबंधन के तहत लड़ रहे हैं। इसमें खड़गपुर और कालियागंज से कांग्रेस चुनाव लड़ रही है और करीमपुर से वाममोर्चा की तरफ से माकपा उम्मीदवार मैदान में है।