कांग्रेस ने संसदीय रणनीति पर आयोजित सोमवार की अपनी बैठक में निर्णय लिया कि वह संसद के दोनों सदनों में महाराष्ट्र का मुद्दा उठाएगी। बैठक की अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। पार्टी ने अपने नेताओं से यह मुद्दा मजबूती से उठाने के लिए कहा है। पार्टी का कोई विधायक अभी तक बागी नहीं हुआ है, जिसके कारण प्रबंधन संतुष्ट है।
कांग्रेस ने महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सरकार बनाए जाने के खिलाफ सोमवार को संसद में प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष जमा हुए और उन्होंने ‘मोदी सरकार शेम शेम’ और ‘लोकतंत्र बचाओ’ के नारे लगाए। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं।
सदन के अंदर कांग्रेस के दो सांसदों टी.एन. प्रथपन और हिबी ईडन ने एक बड़ा बैनर लहराया, और अन्य सांसदों ने भी मोदी सरकार के खिलाफ तख्तियां लहराई और नारेबाजी की। सांसदों ने कहा कि “महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की गई है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उस समय कांग्रेस के दो सदस्यों के नाम लिए, जब उन्होंने बैनर हटाने के उनके अनुरोध को अनसुना कर दिया।
दोनों सांसदों ने संसद अध्यक्ष के अनुरोध को मामने से इंकार कर दिया, तब बिड़ला ने उन्हें बाहर करने के लिए मार्शल्स को आदेश दिए।
संसद में यह विरोध प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है, जब सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र के मामले पर ही सुनवाई चल रही है।
विपक्षी नेताओं द्वारा नारेबाजी जारी रखने के बाद लोकसभा मंगलवार आपराह्न 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद के अंदर कांग्रेस के सांसदों का वहां मौजूद मार्शल्स के साथ टकराव हुआ। इस दौरान लोकसभा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सदस्य नदारत रहे। जबकि महाराष्ट्र को लेकर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्य शामिल हुए।
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने संसद परिसर में महाराष्ट्र सरकार गठन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया।
जिसके बाद लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि, मैं सदन में एक सवाल पूछना चाहता था। लेकिन अभी सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या की गई है।
Congress leader Rahul Gandhi in Lok Sabha: I wanted to ask a question in the House but it doesn't make any sense to ask a question right now as democracy has been murdered in #Maharashtra. pic.twitter.com/eZUCONJfop
— ANI (@ANI) November 25, 2019
महाराष्ट्र का राजनीतिक ड्रामा अभी तक जारी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने विधायक हयात होटल भेज दिए हैं और पार्टी ने अपने दोनों विधायकों -दौलत दरोडा और अनिल पाटील- को गुरुग्राम से वापस लाने का दावा किया है। दोनों विधायक रविवार रात मुंबई वापस पहुंच गए।
महाविकास अगाड़ी की सभी तीन पार्टियां सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एकता बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं।