चीन लगातार भारत के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी कर रहा है। पहले सीपीईसी को लेकर चीन ने भारत को तीसरा देश बताते हुए दूर रहने को कहा था। साथ ही पाकिस्तान के साथ एलओसी पर शांति वार्ता बनाए रखने की सलाह दे डाली थी। अब एक बार फिर चीन ने भारत को हिदायत जारी की है।
चीन ने इस साल डोकलाम विवाद को खत्म करने में खुद की बड़ी उपलब्धि बताई है। डोकलान गतिरोध के बारे में बात करते हुए चीनी रक्षा प्रवक्ता कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा कि भारत को अपने सैनिकों पर सख्ती से नियंत्रण रखना चाहिए।
इस साल 2017 में चीन के अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग के बारे में बताया कि चीनी सेना ने कई सीमा मसलों को सुलाझाया है जिसमें भारत के साथ डोकलाम विवाद महत्वपूर्ण था।
चीनी संवाददाताओं को कर्नल रेन ने कहा कि चीन के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए भारत को उचित जिम्मेदारी निभानी चाहिए। (भारत चीन सम्बन्ध)
भारत को हिदायत देते हुए कहा कि सीमा पर शांति व सुरक्षा बनाए रखने के लिए अपने सैनिकों पर सख्ती से नियंत्रण रखना चाहिए।
कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा कि हम आशा करते है कि भारतीय पक्ष सीमावर्ती मुद्दों पर दोनों देशों के बीच हुए प्रासंगिक समझौतों को सशक्त रूप से लागू करेगा। साथ ही सीमावर्ती रक्षा सैनिकों पर सख्ती से नियंत्रण रखेगा।
चीनी सेना ने डोकलाम गतिरोध को संभाला
कर्नल रेन गुओकियांग ने कहा कि चीनी सेना ने भारत-चीन के बीच में डोकलाम गतिरोध को बेहतर तरीके से सुलझाया है। साथ ही दक्षिण चीन सागर पर भी चीन के राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा की गई है।
चीनी रक्षा प्रवक्ता कर्नल रेन गुओकियांग ने जोर देकर कहा कि भारत को डोकलाम गतिरोध से सबक सीखना चाहिए। जिस तरीके से चीनी सेना ने डोकलाम विवाद के समय स्थिति को संभाला है, वैसा ही भारत-चीन सीमा पर भारतीय सेना को करना चाहिए।
इससे पहले चीनी विदेश मंत्री ने भी कहा था कि भारत को डोकलाम विवाद से सीखना चाहिए और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचना चाहिए। कर्नल रेन के मुताबिक डोकलाम विवाद को हल करना साल 2017 का सबसे संवेदनशील मुद्दा था।
साथ ही कहा कि भारत-चीन सीमा पर शांति स्थिरता बनाए रखना महत्वपूर्ण है और द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण करना दोनों देशों के लिए आवश्यक है।