Tue. Oct 22nd, 2024

    अपोलो टायर्स मिलेनियम सिटी मैराथन (एटीएमसीएम) का पांचवां संस्करण एक दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। यह सिटी मैराथन इस बार धावकों के लिए अधिक मनोरजंक होगी। विश्व एथलेटिक्स (जिसे इससे पहले,अंतर्राष्ट्रीय एमेच्योर एथलेटिक्स महासंघ के रूप में जाना जाता था) से मान्यता प्राप्त इस मैराथन के लिए इस साल आईकोनिक गोल्फ कोर्स रोड अंडरपास को भी शामिल किया गया है।

    एमसीएम के रेस डायरेक्टर अभिषेक मिश्रा, जो खुद एक अल्ट्रामैन फिनिशर हैं, ने कहा कि अंडरपास के बारे में धावकों की प्रतिक्रिया इतनी अधिक सकारात्मक रही है कि अतिरिक्त दूरी को जोड़ने में उन्हें कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। उन्होंने कहा, यह गुरुग्राम पुलिस और गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस को यातायात को सुचारू रूप से चलाने में भी मदद करता है।

    हाफ मैराथन के लिए यह रेस रूट धावकों को यू टर्न लेने के लिए सेक्टर 56 की ओर नहीं ले जाता है। यह एआइटी चौक के पास अन्य राहगीरों के टर्न लेने के बाद सेक्टर 53 रैपिड मेट्रो स्टेशन के पास हाफ-मैराथन के लिए एक्सट्रा यू-टर्न देता है।

    रेस डायरेक्टर ने कहा, ह्लपरेशानी मुक्त दौड़, मिलेनियम सिटी मैराथन के मुख्य आकर्षण में से एक है। इसमें पुलिस को यह सुनिश्चित करना होता है कि ट्रैफिक किसी भी समय धावकों के लिए बाधा न बने। हम प्रत्येक धावक दौड़ने में सक्षम बनाने में गर्व महसूस करते है।ह्व

    मैराथन रूट पर पर्याप्त सेक्शन हैं ताकि धावक दिन के उजाले को भी देख सकें। इसके अलावा मिलेनियम सिटी मैराथन के आयोजनकर्ता टोबोनो स्पोर्ट्स ने समयबद्ध दौड़ के लिए फिनिश प्वाइटंस लगाने का भी फैसला किया है।

    अभिषेक ने कहा, ह्लइससे यह सुनिश्चित होगा कि जो धावक फुल मैराथन, हाफ मैराथन और 10 किमी में दौड़ते हें, वे पांच किलोमीटर दौड़ने में भाग लेने वालों धावकों के दौड़ में बाधा न बनें।ह्व

    उन्होंने कहा, ह्ल पांच किलोमीटर धावकों के लिए स्टार्ट फिनिश लाइन एक ही है, समयबद्ध धावक साइबर हब के सामने अपनी दूरी पूरी करेंगे। हमारा मानना है कि इस नई शुरूआत की सभी धावकों द्वारा स्वागत किया जाएगा, खासकर वे धावक जो आईएएएफ प्रमाणित रूट पर और एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया-प्रमाणित टूनार्मेंटों में अपने समय में सुधार करना चाहते है।ह्व

    सुरक्षा पहलूओं की हमेशा धावकों द्वारा तारीफ की गई है। इसमें जब तक अंतिम धावक के फिनिश लाइन पार ना कर ले तब तक मैराथन वाले रूट पर यातायात बंद ही रहता है। मैराथन के दौरान दमकल केंद्रों, स्टैंड-बाय पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और एम्बुलेंस की भी सुविधा होगी ताकि धावकों को यह विश्वास दिलाया जाए कि उन्हे तरह की उचित सुविधाएं दी जाएंगी।

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