अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने अफगान समकक्ष मोहम्मद अशरफ गनी को अमेरिका आने का न्यौता दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। अफगान प्रेसिडेंशियल पैलेस ने शुक्रवार को यहां एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बयान के हवाले से कहा कि गुरुवार को आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) गए राष्ट्रपति गनी को एक टेलीफोन बातचीत के दौरान निमंत्रण दिया गया।
पैलेस के प्रवक्ता सिद्दीकी ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति गनी ने अपने समकक्ष ट्रंप को अफगान सरकार के लिए अपनी ‘सात सूत्री शांति योजना’ के बारे में जानकारी दी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने शांति के लिए एक युद्धविराम की आवश्यकता पर जोर दिया।
टोलो न्यूज के अनुसार, ट्रंप ने यह भी कहा कि शांति प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए अफगानिस्तान सरकार के प्रबंधन और भागीदारी की आवश्यकता है और इसे अभी से शुरू करना होगा।
बयान में यह भी कहा गया, “टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान (एयूएएफ) के दो प्रोफेसरों को रिहा करने में उनके सहयोग पर अफगान राष्ट्रपति गनी का आभार व्यक्त किया और पूर्वी नांगरहार प्रांत में इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह के लड़ाकों को हराने के लिए अफगान सुरक्षा बलों की भी प्रशंसा की।”
अधिकारियों के अनुसार, नांगरहार प्रांत में कुछ हफ्ते पहले महिलाओं और बच्चों सहित इस्लामिक स्टेट समूह के 600 से अधिक सदस्यों ने अफनानिस्तानी सुरक्षा बलों के समक्ष समर्पण कर दिया था।