स्कूली बच्ची के सर्पदंश के बाद हुई मौत के बाद स्कूल के एक शिक्षक और एक डॉक्टर की संवेदनहीनता के कारण उन्हें बर्खास्त किए जाने के बाद भी मृत बच्ची के सहपाठियों ने और कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।
शुक्रवार सुबह वायनाड के जिला न्यायाधीश व जिला कानूनी सेल प्राधिकरण के अध्यक्ष ए. हरीश दो सह-न्यायाधीशों के साथ राजकीय एसवीएचएस स्कूल का दौरा करने गए थे। यह वही स्कूल है, जहां कक्षा पांचवी की छात्रा एस. शीरीन (10) की मौत बुधवार को सर्पदंश से हो गई थी। ज्ञात हो कि कक्षा में ही सांप का बिल था, जिससे वह निकला था।
यह स्कूल कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लोकसभा क्षेत्र में स्थित है। घटना की जानकारी के बाद राहुल गांधी ने वहां के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से घटना को लेकर कार्रवाई करने की मांग की थी।
शुक्रवार सुबह को गुस्साए विद्यार्थियों ने विरोध मार्च निकाल कर बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एक छात्र ने कहा, “स्कूल के एक शिक्षक को बर्खास्त किया गया है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हम चाहते हैं कि शिकायत दर्ज किया जाए और शिक्षकों और चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। हमारी प्रिय सहपाठी की मौत जिन बुरी परिस्थितियों में हुई, उसे न्याय मिलना चाहिए और हम तब तक प्रदर्शन करेंगे जब तक कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है।”
मृत बच्ची की सहपाठी के अनुसार, घटना अपराह्न् 3.10 बजे हुई थी, लेकिन स्कूल के अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया था, 3.50 बजे शीरीन के पापा आए और वह उसे कार में नजदीकी अस्पताल ले गए, जबकि स्कूल में अन्य कारें भी मौजूद थीं।