प्रसिद्ध मराठी पत्रकार नीलकांत खाडिलकर का संक्षिप्त बीमारी के बाद शुक्रवार तड़के यहां निधन हो गया। वह 86 साल के थे।
खाडिलकर के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि वयोवृद्ध पत्रकार नीलकांत ने लीलावती हॉस्पिटल में तड़के लगभग 1.20 बजे अंतिम सांस ली। वह लगभग 100 पुराने मराठी अखबार नवाकाल के संपादक थे।
खाडिलकर के परिवार में उनकी पत्नी मंदाकिनी और तीन बेटियां -वसंती, जयश्री खाडिलकर-पांडे और रोहिणी- हैं। सभी तीनों बेटियां भारत की लीजेंड्री चेस चैंपियन हैं। जयश्री इस समय नवाकाल की संपादक हैं।
परिवार के एक सदस्य ने कहा कि खाडिलकर का शव आम लोगों के अंतिम दर्शन के लिए दोपहर 12 बजे से अपराह्न् 2.00 बजे तक गिरगांव स्थित नवाकाल प्रेस में रखा जाएगा।
बाद में अपराह्न् लगभग तीन बजे उनकी शवयात्रा शुरू होगी और मरीन लाइंस स्थित चंदनवाड़ी श्मशान में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने खाडिलकर को श्रद्धांजलि दी और पत्रकारिता में उनके लंबे और शानदार योगदान को याद किया।