भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का कहना है कि विदेशों में दिन-रात टेस्ट मैच खेलने से पहले अभ्यास मैच खेलना सही होगा। उन्होंने कहा कि अगले साल आस्ट्रेलिया दौरे पर अगर दिन-रात का टेस्ट मैच खेला जाता है तो ऐसा किया जा सकता है।
कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने ही पिछले साल आस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड में दिन-रात टेस्ट मैच खेलने से मना कर दिया था।
पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का अध्यक्ष बनने के बाद भारत का पहले दिन-रात टेस्ट मैच का रास्ता साफ हुआ है और टीम शुक्रवार से बांग्लादेश के खिलाफ इस प्रारूप में अपना पहला मैच खेलेगी।
मैच से पहले कोहली ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर यह पहला टेस्ट होता तो निश्चित तौर पर आप पहले टेस्ट मैच से पूर्व भी अभ्यास मैच खेलते। एक अभ्यास मैच लाल गेंद के मैच से पहले किया जा सकता है और एक गुलाबी गेंद से होने वाले मैच से पहले। लेकिन अगर यह दूसरा और तीसरा मैच होता है तो मैं टेस्ट मैचों के बीच में लंबे ब्रेक की बात कहूंगा। और दिन-रात टेस्ट मैच खेलने से पहले गुलाबी गेंद से एक अभ्यास मैच खेलना चाहूंगा।”
कोहली को लगता है कि भारत में बाकी देशों की अपेक्षा दिन-रात टेस्ट में ओस एक बड़ा कारण है।
उन्होंने कहा, “भारत में हमारे सामने एक बड़ा कारण है और वो है ओस जिसे हमको ध्यान में रखना होगा। हमने कल मैच रेफरी से बात की थी। यह ऐसी चीज है जिस पर हम बात करते रहेंगे और मैच के दौरान चर्चा करते रहेंगे।”
उन्होंने कहा, “आप इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकते कि किस स्तर पर आपको कितनी मोपिंग और सफाई की जरूरत होगी। आप नहीं जानते कि ओस कब आएगी। मैच रेफरी ने कल कुछ बात की है, हमें इससे बेहतर तरीके से निपटना होगा।”
कोहली ने कहा कि ओस के अलावा उन्हें दिन-रात टेस्ट मैच भारत और विदेशों में खेलने में कोई और अंतर दिखाई नहीं पड़ता।