राजस्थान के अलवर जिले में गुरुवार को नौ मोर मृत पाए गए। अधिकारियों ने पुष्टि की कि पांच और मोर बेहोश पाए गए। उन्होंने कहा कि पक्षियों का स्थानीय पशु अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामले की जांच चल रही है कि क्या उन्होंने कुछ जहरीला पदार्थ खाया था या उनकी किसी अज्ञात बीमारी से मौत हुई है।
इस बीच पर्यावरणविदों ने कहा कि मोर, कीटनाशकों की वजह से मरे, जो खेतों में छिड़का जा रहा है।
पर्यावरणविद हर्षवर्धन ने पुष्टि की कि खेतों में छिड़के जा रहे कीटनाशक मोरों के लिए घातक है। उन्होंने कहा कि अगर कीटनाशकों पर रोक नहीं लगाई गई तो और मोर मरेंगे।
मोरों की मौत ऐसे समय में हुई है, जब राजस्थान के जयपुर जिले के सांभर झील के आसपास हाल में हजारों प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है।