कुलभूषण जाधव पर समूचे देश से प्रतिक्रियाए आनी शुरू हो गयी है। देश के छोटे अखबारों से लेकर बड़े बड़े मीडिया चैनलों में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। संसद के अंदर भी सुषमा स्वराज इस मुद्दे पर अपने विचार दोनों सदनों के समक्ष रख सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि संसद का कार्य एक बार फिर प्रभावित हो सकता है।
पाकिस्तान ने जिस तरह से कुलभूषण के परिवार के साथ व्यवहार किया है उससे देश भर में विरोध की स्थिति बनी हुई है। पडोसी देश के खिलाफ विरोध की यह आग अब संसद में भी लग चुकी है। राज्य सभा सदन में आज इस मुद्दे पर जमकर नारेबाजी हुई। इस मुद्दे पर सबसे ज़्यादा गर्म सांसद सुब्रमण्यम स्वामी दिखे।
स्वामी ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा बयान देते हुए कहा कि “जिस तरह से कुलभूषण परिवार के साथ पाकिस्तान ने वव्यहार किया है और जिस तरह से उनके कपडे बदलवाए गए वो द्रोपदी के वस्त्रहरण के समान है जिसे कभी माफ़ नहीं किया जा सकता।”
स्वामी ने कहा कि पकिस्तान की इस हरकत का जवाब भारत को कड़े शब्दों में देना चाहिए। इस मुद्दे पर बयान देते हुए स्वामी अपना आपा खो बैठे और पकिस्तान के खिलाफ एक बहुत ही बड़ा बयान दे बैठे। उन्होंने इस हरकत पर पर पकिस्तान के चार टुकड़े कर की बात कही।
हालांकि स्थिति को संभालते हुए स्वामी ने साफ़ किया कि यह उनका अपना पर्सनल ओपिनियन है। स्वामी ने बयान दिया कि “मेरा मानना है कि भारत को अब युद्ध की तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए।”
किरेन रिजीजू का बयान
इस मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजूजी ने भी बड़ा बयान दिया है। पकिस्तान पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुई किरेन ने कहा है कि “यह तय है कि अंतरर्राष्ट्रीय अदालत में कुलभूषण को बेगुनाह साबित कर लिया जाएगा उस समय सच सबके सामने आ जाएगा।”
पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि पडोसी देश की नीचता सभी लोगों को मालुम है तथा विश्व बिरादरी के सामने उसके नापाक़ गतिविधियों की पोल खुल गयी है।