सीरिया ने तुर्की में आकर्मक कार्रवाई को शुरू कर दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में इस पर चिंता व्यक्त की है। राष्ट्रपति रिचप तैयाब एर्दोगन ने मंगलवार को कहा कि “तुर्की पहला कदम लेते हुए दस लाख शरणार्थियो को सीरिया में वापस भेजेगा।”
बाकू में तुर्कीक परिषद् को संबोधित करते हुए एर्दोगन ने कहा कि “भगवान की मदद से, हमें बेहद कम समय में इराक के साथ सीमा को सुरक्षित कर देंगे और पहले कदम के तौर पर दस लाख शरणार्थियो को सीरिया वापस भेजा जायेगा और दुसरे कदम में 20 लाख शरणार्थियो को वापस भेजा जायेगा।”
तुर्की के नेता ने सीरिया के शरणार्थियो के लिए दरवाजो को खेलने का संकल्प लिया है। अंकारा ने उत्तरी सीरिया में आक्रमक अभियान को लांच किया था। ऑपरेशन पीस स्प्रिंग को सीरिया में घुसपैठ करार दिया था।
तुर्की ने उत्तरी सिरे में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ आक्रमक कार्रवाई की शुरुआत की थी और इसका प्रारंभ अमेरिकी के सैनिको की सीरिया से वापसी के बाद हुआ था। इस आक्रमकता को हरी झंडी देने के लिए ट्रम्प की काफी आलोचना हुई थी।
तुर्की ने उत्तरी सिरे में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ आक्रमक कार्रवाई की शुरुआत की थी और इसका प्रारंभ अमेरिकी के सैनिको की सीरिया से वप्सिऊ के बाद हुआ था। इस आक्रमकता को हरी झंडी देने के लिए ट्रम्प की काफी आलोचना हुई थी।
एर्दोगन ने कुर्द नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज को कुचलने का संकल्प लिया है। तुर्की शरणार्थियो को खाड़ी में रखने के लिए अपनी सीमा पर लगभग 30 किलोमीटर पर बफर ज़ोन बनाना चाहता है और साथ ही अपनी सरजमीं पर 36 लाख सीरियाई शरणार्थियों में से कुछ को वापस भेजना चाहता है।