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    ओमप्रकाश राजभर

    भारतीय राजनीति में राजनेता वक्त बे वक्त कोई न कोई बयान ऐसा दे ही देते है, जिससे हंगामा खड़ा हो जाता है। कभी कभी तो वो ऐसा सबकुछ जानते और समझते हुए भी कह जाते है तो कभी कभी अनजाने में दिया गया बयान ही उनको भरी पड़ जाता है।

    अपने बयानों के कारण कई बार ऐसे राजनेताओं को पार्टी और विपक्ष से माफ़ी मांगनी पड़ती है। पार्टियां भी माहौल को देखते हुए ऐसे बयानों से किनारा करना ही उचित समझती है। ताजा मामला आया है यूपी का। यूपी के मंत्रीगण किसी न किसी विवाद की वजह से सुर्ख़ियों में रहते ही है। अक्सर खुद योगी ही अपनी तीखी भाषा के कारण विपक्षियों के निशाने पर आ जाते है।

    योगी सरकार के एक मुख्यमंत्री ने मतदाताओं से जुड़ा बहुत ही विवादित बयान दिया है। मंत्री ने कहा है कि मतदाताओं को दारु और मुर्गा खिलाओ तो मत अच्छा मिलता है। यह बयान देने वाले कोई और नहीं बल्कि कई बार विवादित बोलों के कारण प्रदेश की सियासत में भूचाल ला देने वाले भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर है।

    राजभर ने यह कहकर हंगामा खड़ा कर दिया है कि “बाटी-चोखा कच्चा वोट, दारू-मुर्गा पक्का वोट।” मंच से गरीबों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “सारे गरीब दारू पीते हो, मुर्गा खाकर वोट देते हो और ये दिल्ली, लखनऊ जाने वाले नेता 5 साल तुम्हें मुर्गा बनाके घुमाते हैं”

    राजभर इससे पहले भी कई बार इस तरह के बयान दे चुके है। उन्होंने एक बार यह कहकर विपक्ष को हमला करने का मौका दे दिया था कि कि “जो लोग वोट पाने के लिए शराब बांट रहे हैं, उनसे पेटी लेकर रख लो और बाद में कह देना कि शराब से नशा ही नहीं हुआ”

    राजनीति में अक्सर नेतागण इस तरह के बयान देते रहते है। हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनाव में मणिशंकर का मोदी को नीच बोलना महंगा पड़ गया था। खुद कांग्रेस पार्टी ने भी इस बयान पर उनसे किनारा कर लिया था।