इजरायल में चुनाव का दौर समाप्त हो चुका है और बेंजामिन नेतान्याहू व उनके विपक्षी बैनी गान्ट्ज़ को मिलकर गठबंधन की सरकार का गठन करने के लिए कोशिश की गयी थी लेकिन कोशिश नाकाम हुई थी। इजरायल के राष्ट्रपति रयूवेन रिव्लिन ने बुधवार को नेतान्याहू को देश में सरकार के गठन करने का पहला मौका दिया है।
नेतान्याहू को सरकार के गठन की पेशकश
इजरायल में बीते हफ्ते चुनाव हुए थे लेकिन किसी भी दल को सरकार के गठन के लिए पूर्ण बहुमत नहीं मिला था। राष्ट्रपति ने दोनों नेताओं को एकजुट होकर सरकार का गठन करने के लिए मनाने की कोशिश की थी। बुधवार को दोनों नेताओं के साथ बैठक के बाद रह्स्त्रप्ती को हताशा ही हाथ लगी।
इसके बाद राष्ट्रपति ने गठबंधन की सरकार के गठन के लिए अधिकारिक प्रस्ताव को तत्काल जारी किया। रिव्लिन ने कहा कि “बेंजामिन नेतान्याहू के समक्ष सरकार का गठन करने की उम्मीदे ज्यादा है नेतान्याहू को पहला मौके देने का निर्णय सरकार के गठन की अधिक संभावनाओं के आधार पर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि “इजरायल अब चुनावो को नहीं चाहता है।” उन्होंने राष्ट्रपति नेतान्याहू और सभी गठबंधन सहयोगियों से एक समझौते पर पंहुचने का आग्रह किया है। यह इस वर्ष दूसरी दफा है जब नेतान्याहू को सरकार के गठन के लिए मौका दिया गया है।
69 वर्षीय नेतान्याहू के समक्ष सर्जार के गठन के लिए चार हफ्तों का समय है और जरुरत पड़ने पर राष्ट्रपति से दो हफ्तों को मोहलत को बढाने के लिए कह सकते हैं। नेतान्याहू के नाकाम होने पर ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के गान्ट्ज़ को सरकार बनाने का मौका दिया जायेगा।
इजरायल में हाल ही में चुनावो में गान्ट्ज़ की पार्टी ने 33 सीटें जीती थी जबकि नेतान्याहू की पार्टी ने 120 में से 32 सीटें जीती थी। प्रधानमन्त्री के पदके लिए संसद में गान्ट्ज़ को 54 लोगो का समर्थन मिला है जबकि नेतान्याहू को 55 लोगो का समर्थन मिला है।