पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने सोमवार को कहा कि “चीन ने हमारी मदद उस स्थिति में की जब हम बुरे दौर से गुजर रहे थे।” उन्होंने यह बयान विदेश परिषद् के अध्यक्ष रिचर्ड एन हास से मुलाकात के दौरान दिया था। उन्होंने कहा कि “आज से 13 महीने पहले जिस स्थिति में हम खुद को देखते हैं, वह अब तक की सबसे बुरु आर्थिक स्थिति का दौर था।”
खान ने कहा कि “चीन में हमरे बुरे वक्त में हमारा साथ निभाया। उन्होंने हमारी मदद की। हमारे हमारी विदेश मुद्रा के स्नारक्षण के लिए फण्ड मुहैया किये, चीन ने सबसे नाजुक मोड़ पर हमारा हाथ थामा था। चीन के अलावा सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने हमारे फ़ेडरल रिज़र्व में वृद्धि की थी।”
इमरान खान के कहा कि “चीन हमें एक अवसर का प्रस्ताव दे रहा हैं। चीन का हमारे मुल्क में दो ट्रिलियन डॉलर का महत्वपूर्ण बाज़ार है। चीन ने व्यापार समझौते में तरजीह भी हमें दी है जिसके तहत हम आसियान देशो की तरह ही चीन में भी निर्यात कर सकते हैं। इसलिए यह एक बेहतरीन मौका है।”
उन्होंने कहा कि “इसके आलावा अब हमारे पश्यः अवसर है कि हम चीनी उद्योग को पाकिस्तान में विस्थापित कर सकते हैं, तकनीक को ला सकते हैं। चीन ने हमें अपनी मौजूदा स्थिति से खुद को उठाने का एक बेहतरीन अवसर दिया है।”
पाकिस्तान को बीते महीने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 6 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज मुहैया करने की मंजूरी दे दी थी ताकि बिगडती हुई अर्थव्यवस्था में सतत और समावेशी वृद्धि हो सके।