पाकिस्तान में सैकड़ों हिन्दुओं की अस्थियां गंगा में विसर्जित होने के लिए मुंतजिर है। अनुमानित 40 लाख से अधिक हिन्दू मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में रहते हैं जिनके पूर्वज विभाजन के दौरान भारत में ही रह गए थे। पाकिस्तान में हिन्दू कारोबारी अतम प्रकाश की इस साल कैंसर से मौत हो गयी थी। उनकी आखिरी इच्छा थी कि उनकी अस्थियो को हरिद्वार की गंगा नदी में विसर्जित की जाए।
उनके भाई सनी घनशाम ने कहा कि “मेरे भाई ने कहा था कि उनकी अस्थियो को गंगा में विसर्जित किया जाए लेकिन मैं नहीं जानता कि हम कभी उनकी इच्छा को पूरा भी कर पायेंगे या नहीं।” भारतीय और पाकिस्तानियों के लिए वीजा मिलना बेहद मुश्किल कार्य है।
संदिग्ध गतिविधियों के कारण दोनों पक्षों के लिए वीजा नियमो को बेहद सख्त कर दिया है। साल 2012 में दोनों देशो के बीच एक वीजा समझौता हुआ था जिसने इसे काफी सरल बना दिया था। दोनों देशो के बीच अविश्वास और शत्रुता काफी बढ़ गयी है।
पाकिस्तान ने राजनयिक संबंधो को आंशिक रूप से खत्म कर दिया था। भारत के साथ सभी परिवहन लिंक्स को रोका था, द्विपक्षीय व्यापार पर पाबन्दी लगा दी थी। नई दिल्ली ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था। द्विपक्षीय विवाद को हल करने से स्थिति ज्यादा खतरनाक हो सकता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बेहद तनावपूर्ण हो रहे हैं। पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के खतरे के प्रति चिंता व्यक्त की थी। भारत ने पाकिस्तान पर कश्मीर में अस्थिरता को फैलाने के लिए आतंकवादियों को भेजने का आरोप लगाया था। सितम्बर 2016 में कराची के शमशान घाट के केयरटेकर रामनाथ ने 160 अस्थियो को भारत पंहुचाया था और बीते तीन वर्षों के कार्यकाल में शेष अभी नदी में विसर्जित होने के लिए मुंतजिर है।