ब्रिटेन के नवनिर्वाचित प्रधानमन्त्री बोरिस जॉनसन ने जोर देकर कहा कि कश्मीर मामले का समाधान भारत और पाकिस्तान को कश्मीरियों की इच्छाओं के मुताबिक ढूंढना है। जम्मू कश्मीर से भारत ने अबुच्चेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया है।
कश्मीर पर ब्रिटेन की सरकार की स्थिति को दोहराते हुए जॉनसन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ब्रिटेन के महत्वपूर्ण साझेदार है।” 6 सितम्बर को कांजेर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन के ख़त के जवाब में उन्होंने यह बयान दिया था।
ब्लैकमैन ने जम्मू कश्मीर पर भारत के पक्ष का समर्थन किया था। जॉनसन ने कहा कि “सरकार लम्बे समय से अपनी स्थिति पर कायम रही है कि कश्मीर के समाधान के लिए भारत और पाकिस्तान को कोई राजनीतिक हल ढूंढना होगा और यह कश्मीरी जनता की इच्छा पर आधारित होना चाहिए।”
उन्होंने ब्रिटिश सरकार की तरफ से शान्ति और संयमता को बनाये रखने का आग्रह किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह भारत और पाकिस्तान की सरकार के साथ नियमित संपर्क में रहेंगे। ब्रिटेन कश्मीर में स्थिति पर करीबी से निगरानी रखेगा।
जॉनसन ने कहा कि “भारत और पाकिस्तान दोनों ही ब्रिटेन के महत्वपूर्ण साझेदार है। दोनों देशो के साथ विभिन्न मुद्दों पर सहयोग से यह प्रदर्शित होता है। साथ ही ब्रिटेन में एक बड़े स्तर पर भारत और पाकिस्तानी समुदाय सक्रीय है और हमारे लोगो से लोगो के सम्बन्ध जीवंत है।”
ब्लैकमैन उत्तरी लन्दन से सांसद है जो काफी लम्बे समय से पीएम नरेंद्र मोदी की समर्थक रहे हैं। उन्होंने कहा कि “संवैधानिक बदलाव भारत का आंतरिक मामला है। हमें किसी तीसरे देश के घरेलू मामले में दखल नहीं देना चाहिए, खासकर हमारे लम्बे समय का सहयोगी और साथी भारत के।” उन्होंने ब्रितानी पीएम से विपक्षी लेबर पार्टी की आलोचना करने की मांग की थी जो कश्मीर पर ब्रिटेन की स्थिति को तोड़ रहे हैं।
सांसद ने विपक्ष के सांसदों की भारत के खिलाफ भड़काऊ दावो को करने के लिए आलोचना की है। व्यपक्स स्तर पर बीजीपी के प्रशसंको ने सांसद का सोशल मीडिया पर काफी तारीफ की है।