अमेरिका के राज्य विभाग ने ऐलान किया कि उनकी दक्षिण एशिया सबकमिटी अगले महीने दक्षिण एशिया में मानव अधिकारों के मामले की सुनवाई करेंगे। कार्यकारी असिस्टेंट सेक्रेटरी ऐलिस वेल्स ने कहा कि “कांग्रेस के साथ परामर्श जरुरी है। आज मेरे पास विदेशी विभाग और अमेरिकी भारत समबन्ध पर इंडिया कार्कुस के सदस्यों को इसके बारे में बताने का मौका था और हम अक्टूबर में दक्षिण एशिया में मानव अधिकारों की एक ओपन सुनवायी की तरफ देख रहे हैं।”
रिपोर्ट के मुताबिक, यह सबकमिटी दक्षिण पूर्वी एशिया में मानव अधिकार के मामलो पर सुनवायी का आयोजन जून से करेगी। सबकमिटी अगले महीने चीन में मानव अधिकारों की सुनवायी का आयोजन कर सकती है। इसका फोकस हांगकांग में हुई हालिया बड़ी घटनाओं और उइगर अल्पसंख्यको से साथ दुर्व्यवहार पर होगा।
कांग्रेसी ब्रेड शेरमन ने एक पोस्ट में बताया कि “दक्षिण एशिया में मानव अधिकार की सुनवायी का फोकस कई विषयों पर होगा। सबकमिटी म्यांमार की सरकार द्वारा रोहिंग्या अल्पसंख्यक समुदाय के साथ व्यवहार और विश्वसनीय आरोपों की समीक्षा करेगी कि अल्पसंख्यको का जातीय सफाया और नरसंहार किया गया था।”
इस मुलाकात में अधिकारियो का फोकस श्रीलंका और पाकिस्तान में मानव अधिकारों की स्थिति पर होगा। चीन में मानव अधिकार के उल्लंघन के कई वारदाते सामने आई है। बीते वर्ष सितम्बर में फालुन गोंग के सदस्य चेन हिक्सिया को आस्था का पालन करने के लिए साढ़े तीन साल की जेल की सज़ा सुनाई थी। मई 2018 में विभागों ने वांग यी को गिरफ्तार किया था क्योंकि उन्होंने मुखर होकर सरकार की धार्मिक आज़ादी पर नियंत्रण की आलोचना की थी। वह अभी भी जेल में हैं।