5 अगस्त को भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया था। पाकिस्तान का समस्त राष्ट्रीयकरण का ढांचा कश्मीर के इर्द गिर्द बीत सात दशको से बना हुआ है। भारत पर आरोप मढने के लिए पाकिस्तान झूठे अभियानों को चलाने की कोशिश, मानव अधिकार उल्लंघन के आरोपों को उठाना और भारत के एक हिन्दू राष्ट्र बनने जैसे झूठे दावे कर रहा है।
जम्मू कश्मीर को केन्द्रशासित प्रदेश बनाने के खिलाफ बयानबाजी करने का जिम्मा पीएम इमरान खान ने लिया जिसमे उनका साथ सत्ताधारी पार्टी और मीडिया दे रहा है। यह दो आरोप के इर्द गिर्द घूमता है, अनुच्छेद 370 को हटाने से भारत में सहिष्णुता का विनाश और अल्पसंख्यको के अधिकारों पर हमला। सतह ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को हिन्दू प्रधानता समूह करार दिया जो नाजी विचारधारा से प्रभावित है।
इमरान खान ने 14 अगस्त को मुजफ्फराबाद में एक संबोधन के दौरान कहा कि “”आरएसएस हिटलर की नाजी पार्टी से प्रेरित है। उनकी विचारधारा मुस्लिमो और ईसाइयो से नफरत करना बताती है और वे भारत में मुस्लिमो का सफाया करना चाहते हैं।”
18 अगस्त को इमरान खान ने ट्वीट किया कि “हिन्दू प्रधान मोदी सरकार पाकिस्तान और भारत में अल्पसंख्यको के लिए खतरा है।” 26 अगस्त को फिर कहा कि “भारत ने 5 अगस्त को सन्देश दे दिया है कि हिंदुस्तान सिर्फ हिन्दुओं का है और बाकी सभी दोयम दर्जे के नागरिक है।”
लाहोर में सिख कन्वेंशनल के सत्र के दौरान खान ने कहा कि “बीजीपी उसविचारधारा को लेकर आगे बढ़ रही है कि अन्य समुदायों से हिन्दू सर्वश्रेष्ठ है, जो पाकिस्तान के निर्माण का कारण था।” शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “आज हमारी विदेश नीति के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण है कि कैसे हिंदुत्व विचारधारा के खिलाफ खड़े हो।”
रेलवे मंत्री शेख रशिद ने कहा कि “भारत में मुस्लिमो को दोयम दर्जे का नागरिक समझा जाता है। हिटलर मोदी भारत में रहने वाले मुस्लिमो को कुचल देना चाहते हैं।” पाकिस्तान के जनरल मेजर गफूर ने 4 सितम्बर को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “सेना पीछे कैसे रह सकती है? पीएम मोदी और आरएसएस हिटलर की विचारधारा से प्रेरित है और कश्मीर में उनके अत्याचार उनके विचारों को दर्शाते हैं। मुस्लिम और दलितों के साथ वे भी खतरे में हैं।”
पीपीपी के नेता रजा रब्बानी ने कहा कि “अफ़सोस इमरान खान और पाकिस्तान के लिए इस्लामिक उम्माह का गुब्बारा फूट चुका है। भारत में मुस्लिमो पर अत्यचार के खान के झूठे दावो को इस्लामिक देशो ने समर्थन नहीं किया। बल्कि इसके उलट यूएई ने पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा है।”
इमरान खान ने एक ट्वीट कर कहा कि “भारत जब अंतररष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है तो वैश्विक समुदाय ने क्यों चुप्पी साध रखी है। जब मुस्लिमो पर तय्चार होता है तो क्या ऐह्स्विक समुदाय की मानवता मर जाती है।” यह सरासर झूठ है क्योंकि विश्व चुप है क्योंकि मुस्लिमो को मुस्लिम होने के कारण नहीं दबाया जा रहा है। विश्व चुप है क्योंकि आपके झूठे अफ़साने बेईमान और खोखले हैं। क्योंकि आप घडयाली आंसू बहा रहे हैं और भारत के खिलाफ अल्पसंख्यको के साथ व्यवहार की शिकायत बेबुनियाद है।
पाकिस्तान में सरेआम हिन्दू और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लडकियों को अगवा किया जाता हिया और उनका जबरन धर्मांतरण कर उनकी शादी मुस्लिमो से कर दी जाती है। इमरान खान जम्मू कश्मीर की नई असलियत से जल्द ही वाकिफ हो जायेगे और अब उनकी पार्टी को राष्ट्रवाद के लिए एक नए मुद्दे की तलाश शुरू कर देनी चाहिए।