पाकिस्तान की पहली महिला अन्तरिक्ष यात्री नामिरा सलीम ने भारतीय अन्तरिक्ष एवं अनुसंधान संघठन को चंद्रयान-2 अभियान और चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग की ऐतिहासिक कोशिश पर बधाई दी है। कराची की डिजिटल साइंस मैगजीन में सलीम ने बयान दिया कि “मैं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रूव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की भारत और इसरो की ऐतिहासिक कोशिश के लिए बधाई देती हूँ।”
उन्होंने कहा कि “चंद्रयान-2 लूनर मिशन को दक्षिण एशिया के लिए एक ऊँची छलांग है जिसने न सिर्फ क्षेत्र को बल्कि समस्त वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग को को गौरवान्वित किया है। दक्षिण एशिया के अंतरिक्ष सेक्टर में क्षेत्रीय विकास आसाधारण है और इसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौनसा राष्ट्र इसका नेतृत्व करता है। अंतरिक्ष में सभी राजनितिक बॉउंड्री खत्म हो जाती है। अंतरिक्ष हमें एकजुट रखता है और पृथ्वी हमे विभाजित करती है।”
उनका बयान तब आया जब भरात भारत के लैंडर विक्रम और ऑर्बिटर अलग हो गए थे जब लैंडर चन्द्रमा के दक्षिणी पोल से 2.1 किलोमीटर की दूरी पर था। रविवार को इसरो ने ऐलान किया कि उन्होंने विक्रम को लूनर सतह पर खोज निकाला है। लैंडर की तस्वीरो को चंद्रयान-2 ऑर्बिटर से खींचा गया था जो चंद्रमा का चक्कर लगा रहा था।