तालिबान ने रविवार को कहा कि “अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शान्ति वार्ता को रद्द करने का फैसला अविश्वसनीय है और यह ट्वीट खेदजनक है और इसने उनकी विश्वसनीयता को भारी क्षति पंहुचाई है।”
तालिबान-अमेरिकी वार्ता रद्द
दोहा में तालिबान के राजनीतिक दफ्तर के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बताया कि “कुछ दिनों पूर्व ही हमने अमेरिका के साथ समझौते को अंतिम स्वरुप दिया था और इसे दोनों पक्षों के प्रतिनिधि समूहों के नेताओं और क़तर को मुहैया किया गया था। सभी संतुष्ट थे। क़तर द्वारा समझौते का ऐलान करने पर सहमती व्यक्त की गयी थी। राष्ट्रपति ट्रम्प की तरफ से खेदजनक ट्वीट अविश्वसनीय है और इसने उनकी विश्वसनीयता को क्षति पंहुचाई है।”
ट्रम्प ने शनिवार को ऐलान किया कि वह तालिबान के साथ शान्ति वार्ता को रद्द कर रहे हैं और डेविड शिविर में समूह के प्रतिनिधियों के साथ गुप्त वार्ता को भी रद्द किया जाता है। यह निर्णय काबुल में हुए हमले के बाद लिया गया है जिसमे एक अमेरिकी सैनिक सहित 12 लोगो की मौत हुई थी।
ट्रम्प के निर्णय के बावजूद राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने रविवार को कहा कि प्रशासन समझौते की तरफ अभी भी कार्य कर रहा है लेकिन जब तक तालिबान अपनी प्रतिबद्धताओं का ऐलान नहीं करता तब तक इसे आगे नहीं बढाया जाएगा। दोहा में बीते कई महीनो से तालिबान के साथ वार्ता का दौर जारी है।
इसके बावजूद चरमपंथी समूह अफगानिस्तान की सरकार के सतह सीधे बातचीत करने से इनकार करता है और उन्हें अमेरिका के हाथो की कठपुतली कहता है।
अमेरिका और तालिबान के बीच बीते सप्ताहांत में शान्ति प्रस्ताव पर नौवे चरण की वार्ता वार्ता हुई थी। यह वार्ता अफगानी सरजमीं से हजारो सैनिको की वापसी पर केन्द्रित थी और इसके बदले तालिबान ने अफगानी सरजमीं पर आतंकवादी समूहों को पनाह न देने का संकल्प लिया है।