भूटान के प्रधानमंत्री लोटाय त्शेरिंग ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जितना जानता हूं, उसके आधार पर कह सकता हूं कि मुझे कोई शक नहीं है कि वह और उनकी इसरो की टीम एक दिन इस मिशन को पूरा करके दिखाएगी।
भूटान के प्रधानमंत्री लोटाय त्शेरिंग ने इस मौके पर ट्वीट किया कि हमें भारत और इसके वैज्ञानिकों पर फक्र है। चंद्रयान-2 को आखिरी क्षणों में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन आपने जो हिम्मत और मेहनत दिखाई है वह ऐतिहासिक है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जितना जानता हूं, उस बिनाह पर कह सकता हूं कि मुझे कोई शक नहीं है कि वह और उनकी टीम भविष्य में इस अभियान को जरूर पूरा करेगी।”
भारत का महत्वाकांक्षी मून मिशन चंद्रयान शुक्रवार देर रात चांद से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर आकर खो गया। चांद की सतह की ओर बढ़ा लैंडर विक्रम का चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर पहले ही संपर्क टूट गया था। वैज्ञानिक लैंडर विक्रम से संपर्क साधने में जुटे हुए हैं। हालांकि उम्मीदें अब भी बरकरार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो के वैज्ञानिकों का हौसलाफजाई करते हुए कहा था कि “आप वो लोग हैं जो मां भारती की जय के लिए जीते हैं। मां भारती की जय के लिए जज्बा रखते हैं। मां भारती का सिर ऊंचा हो इसके लिए पूरा जीवन समर्पित कर देते हैं। आज मैं और पूरा देश आपके साथ है।”