पाकिस्तान ने सोमवार को कहा कि “भारत के उप उच्चायोग गौरव आलुवालिया ने कुलभूषण जाधव से पाकिस्तानी अधिकारीयों की मौजूदगी में मुलाकात की थी और इसे रिकॉर्ड किया गया था।” भारत ने कुलभूषण जाधव को प्रभावी और सार्थक राजनयिक पंहुच देने की मांग की थी।”
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह बैठक दो घंटो तक चली थी। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “राजनयिक पंहुच दोपहर 12 बजे दी गयी थी और पाकिस्तानी सरकार के अधिकारियो की मौजूदगी में यह दो घंटो तक चली थी। भारत के आग्रह पर बातचीत की भाषा पर कोई पाबन्दी नहीं लगायी गयी थी। पारदर्शिता और प्रक्रया के तहत इस पंहुच को रिकॉर्ड किया गया है।”
विदेश मंत्रालय ने बताया कि उन्होंने निर्णय लिया है कि गौरव आलूवालिया से पूरी जानकारी मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। आलूवालिया ने ही आईसीजे के निर्णय के तहत कुलभूषण जाधव से मुलाकात की थी। पाकिस्तान की तरफ से उनके बारे में किए गए झूठे दावों की वजह से जाधव बेहद तनाव में है।
भारत ने कुलभूषण जाधव पर लगे पाकिस्तान के सभी आरोपों को ख़ारिज किया है जिन्हें पाक सैन्य अदालत ने फांसी इ सजा दी थी। भारत ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय न्यायिक अदालत के द्वार पर दस्तक दी थी।
रवीश कुमार ने कहा कि “विदेश मंत्री जयशंकर ने जाधव की मां से बात की थी और उन्हें इसके बारे में बताया। जाधव को न्याय दिलाने और सुरक्षित वापसी को सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध रहेंगी।”
आईसीजे ने 17 जुलाई को पाकिस्तान को 1963 वियेना संधि का उल्लंघन करने का कसूरवार ठहराया था जिसके तहत राजनयिक पंहुच दी जाती है। पाकिस्तान जाधव को भारतीय राजनयिक के साथ वार्ता के उनके अधिकारों के बाबत बताने में असफल रहे थे।
आईसीजे ने 17 जुलाई को पाकिस्तान को 1963 वियेना संधि का उल्लंघन करने का कसूरवार ठहराया था जिसके तहत राजनयिक पंहुच दी जाती है। पाकिस्तान जाधव को भारतीय राजनयिक के साथ वार्ता के उनके अधिकारों के बाबत बताने में असफल रहे थे।