पाकिस्तान के विदेश मन्त्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को कहा कि “भारत के साथ वार्ता के जरिये हम कश्मीर मसले का शांतिपूर्ण समाधान निकालना चाहते हैं।” दुन्या न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान की विदेश नीति को आंतरिक और बाहरी मुद्दों को ध्यान में रखकर बनायीं जाती है। प्रभावी विदेश नीति के साथ ही पाकिस्तान ने दुनिया में अपना नाम बनाया है।”
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। भारत के निर्णय का कई देशो में समर्थन किया है और कहा कि यह भारत का आंतरिक मामला है और इसमें दखल नहीं दिया जा सकता है। पाकिस्तान कश्मीर मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने की कोशिश कर रहा है।
भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि “विशेष दर्जे के निष्प्रभावी होने से जम्मू कश्मीर में विकास का मार्ग खुल गए है और यह आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील होगी। लेकिन, पाकिस्तान पिछले महीने की पीएम इमरान खान की अमेरिकी यात्रा के बाद से पाकिस्तान क्षेत्र में शांति और विकास को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।”
इमरान खान खुद स्वीकार किया है कि उनके देश में करीब 40,000 आतंकवादी हैं। इस के बावजूद कुरैशी ने दावा किया कि भारतीय सेना द्वारा कश्मीरी लोगों को वहां संचार बंद करके बाहरी दुनिया से अलग किया गया है। उन्होंने कहा कि “हम कश्मीर मुद्दे को हल करके क्षेत्रीय चुनौतियों से सफलतापूर्वक निपट सकते हैं।”
गृह मंत्री शाह ने कहा था कि विशेष दर्जे के निरसन ने जम्मू-कश्मीर में विकास का मार्ग खुल दिए है और यह आतंकवाद के ताबूत में अंतिम कील होगा। लेकिन, पाकिस्तान पिछले महीने की अपने पीएम इमरान खान की अमेरिकी यात्रा के बाद से क्षेत्र में शांति और विकास को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है।